Bhubaneswar News: ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने रविवार को अधिकारियों से कहा कि वे इस साल पुरी में रथ यात्रा को दुर्घटना मुक्त बनायें. माझी ने 27 जून को पुरी में आयोजित होने वाले वार्षिक महोत्सव की तैयारियों की समीक्षा के लिए आयोजित बैठक में अधिकारियों को यह निर्देश दिये. बैठक के बाद संवाददाताओं से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि प्रशासन रथ यात्रा के सुचारू संचालन के लिए पूरी तरह तैयार है. मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य प्रशासन ने रथ यात्रा को दुर्घटना मुक्त बनाने के लिए सभी आवश्यक प्रबंध कर लिए हैं. उन्होंने कहा कि इस संबंध में सभी विभाग समन्वय से काम कर रहे हैं.
पिछले वर्ष भगवान बलभद्र की मूर्ति गिरने से नौ सेवक हुए थे घायल
पिछले वर्ष रथ यात्रा उत्सव के दौरान भगवान बलभद्र की मूर्ति को रथ से उतारकर मंदिर ले जाते समय सेवकों पर गिर गई थी, जिससे नौ सेवक घायल हो गये थे. माझी ने कहा कि कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच आयोजित होने वाले वार्षिक महोत्सव के दौरान तीर्थ नगरी के प्रमुख क्षेत्रों पर कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआइ) आधारित सीसीटीवी कैमरों से कड़ी निगरानी की जायेगी.स्वस्थ भोजन उपलब्ध कराने के निर्देश
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि यह सुनिश्चित करना बहुत जरूरी है कि किसी भी स्थान पर हानिकारक खाद्य पदार्थ या पानी न बेचा जाये. इसके साथ ही, महोत्सव के दौरान पर्यटकों के लिए सुरक्षित पेयजल और स्वस्थ भोजन भी उपलब्ध होना चाहिए. उन्होंने रथ यात्रा के दौरान अनुष्ठानों को सुचारू और समय पर पूरा करने के लिए सेवकों से सहयोग मांगा. बैठक में सुरक्षा व्यवस्था के बारे में पुलिस महानिदेशक वाई बी खुरानिया ने कहा कि रथ यात्रा के लिए 10,000 से अधिक पुलिस कर्मियों के साथ पांच स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है. विभिन्न जिलों में डायरिया के प्रकोप को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग और अन्य सभी संबंधित विभागों को स्थिति पर कड़ी नजर रखने को कहा गया है.मुख्यमंत्री ने गुंडिचा मंदिर में तैयारियों का निरीक्षण किया
इस समीक्षा बैठक में उपमुख्यमंत्री कनक वर्धन सिंहदेव, उपमुख्यमंत्री प्रभाती परिडा, आवास एवं शहरी विकास मंत्री डॉ कृष्णचंद्र महापात्र, उच्च शिक्षा, खेल, युवा सेवा एवं ओड़िया भाषा, साहित्य एवं संस्कृति मंत्री सूर्यवंशी सूरज, पुरी सांसद संबित पात्र, राज्यसभा सांसद सुभाषिष खुंटिया, कई विधायक, वरिष्ठ अधिकारी, मठाधीश, सेवायत और जिला प्रशासन के पदाधिकारी उपस्थित रहे. मुख्यमंत्री एवं अन्य अतिथियों ने पुरी जिला प्रशासन की सूचना पुस्तिका का विमोचन भी किया. इसके साथ ही, मुख्यमंत्री ने गुंडिचा मंदिर जाकर वहां चल रहे विकास एवं सौंदर्यीकरण कार्यों का निरीक्षण किया.
सीएम बोले, डायरिया की आशंका वाले क्षेत्रों में प्रोटोकॉल दशहरा तक लागू रखा जाये
मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को डायरिया की आशंका वाले क्षेत्रों में अपनाये जा रहे प्रोटोकॉल को दशहरा तक लागू रखने का निर्देश दिया है, हालांकि राज्य के छह जिलों में डायरिया के मामलों में कमी आयी है. अब तक कम से कम 13 लोगों की जलजनित बीमारियों से मौत हो चुकी है. जाजपुर, भद्रक, कटक, केंद्रपाड़ा, ढेंकानाल और क्योंझर जिलों में कुल 3,892 लोग डायरिया और हैजा से ग्रस्त हैं. मुख्यमंत्री ने छह जिलों में डायरिया की स्थिति की समीक्षा करते हुए यह निर्देश जारी किया. आधिकारिक बयान में कहा गया है कि अब तक 3,543 मरीज बीमारी से ठीक हो चुके हैं, जबकि 254 व्यक्तियों का उपचार किया जा रहा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

