Rourkela News: प्रकृति की गोद में बसे सुंदरगढ़ के कान्हाकुंड पर इस बार देश के शीर्ष उद्योगपति आनंद महिंद्रा की नजर पड़ी है. अपने सोशल मीडिया हैंडल पर उन्होंने कान्हाकुंड की तस्वीरों पर प्रतिक्रिया दी है. कान्हाकुंड की प्राकृतिक सुंदरता पर मोहित आनंद महिंद्रा ने ओडिशा के पर्यटन विभाग से पूछा है कि इसे राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पटल पर मशहूर करने के लिए हमें क्या करना होगा?
आर्यांश नामक एक युवक ने सोशल मीडिया पर साझा की थी तस्वीरें
दरअसल आर्यांश नामक एक युवक ने सोशल मीडिया ‘एक्स’ पर कान्हाकुंड की कुछ तस्वीरें पोस्ट की थीं, जो काफी आश्चर्यजनक लग रही हैं. उन्होंने उस फोटो को ओडिशा का ग्रैंड कैन्यन बताया. कान्हाकुंड में ग्रेनाइट की चट्टान के ऊपर से साफ नीला पानी बहता है. आर्यांश ने इस बात पर आश्चर्य व्यक्त किया कि इसे भारत के पर्यटन मानचित्र पर स्थान नहीं मिला है. आर्यांश के पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए आनंद महिंद्रा ने कहा कि इसकी तुलना ग्रैंड कैन्यन से करने की कोई जरूरत नहीं है. यह अपने आप में काफी अनोखा है. हालांकि, उन्होंने कहा कि वे पूरे यकीन से नहीं कह सकते कि ये पोस्ट फोटोशॉप्ड हैं या नहीं. फिर भी चाहे कुछ भी हो, यह काम करेगा. उन्होंने कान्हाकुंड को अद्भुत बताया.
ओडिशा पर्यटन ने प्रोत्साहन के लिए जताया आभार
आनंद महिंद्रा को पोस्ट के जवाब में, ओडिशा पर्यटन ने एक्स पर लिखा : धन्यवाद! हम ओडिशा के सबसे आश्चर्यजनक छिपे हुए रत्नों में से एक कान्हाकुंड पर आपका ध्यान पाकर रोमांचित हैं, जिसमें राष्ट्रीय और वैश्विक आकर्षण का केंद्र बनने की क्षमता है. ओडिशा पर्यटन इसे और ऐसे कई कम आंके जाने वाले खजानों को प्रदर्शित करने के लिए प्रतिबद्ध है और हम बुनियादी ढांचे को बढ़ाने, टिकाऊ पर्यटन अनुभव बनाने और राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर ऐसे अनूठे स्थलों को बढ़ावा देने पर काम कर रहे हैं. आपके प्रोत्साहन से, हमें विश्वास है कि ओडिशा के ऐसे अनदेखे गंतव्य वास्तव में चमकेंगे.
भूवैज्ञानिक महत्व और अछूते प्राकृतिक सौंदर्य के लिए प्रसिद्ध है कान्हाकुंड
राउरकेला से करीब 100 किमी दूर ईब नदी द्वारा निर्मित एक पत्थर की नदी है कान्हाकुंड. यह सुंदरगढ़ जिले में अपने भूवैज्ञानिक महत्व और अछूते प्राकृतिक सौंदर्य के लिए प्रसिद्ध है. आनंद महिंद्रा का यह आह्वान ओडिशा पर्यटन विकास निगम (ओटीडीसी) के राज्य के प्राकृतिक और सांस्कृतिक आकर्षणों को बढ़ावा देने के प्रयासों के अनुरूप है. ओटीडीसी कान्हाकुंड की स्थिति को बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है, जिससे पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए राज्य की पहल का लाभ उठाया जा सके.
प्रकृति प्रेमियों और शांति चाहने वालों के लिए है आदर्श स्थान
कान्हाकुंड अपनी शानदार प्राकृतिक सुंदरता, हरे-भरे परिदृश्य और शांत जल निकायों के लिए जाना जाता है. यह प्रकृति प्रेमियों और शांति चाहने वालों के लिए एक आदर्श स्थान है. ओडिशा में कई पर्यटक आकर्षण हैं, जिनमें प्रसिद्ध कोणार्क सूर्य मंदिर, पुरी समुद्र तट और चिल्का झील शामिल हैं, जो एशिया की सबसे बड़ी खारे पानी की झील है. कान्हाकुंड जैसी कम प्रसिद्ध जगहों को बढ़ावा देने से राज्य में यात्रा और पर्यटन में विविधता लाने में मदद मिल सकती है. महिंद्रा समूह ऑटोमोटिव, वित्त और रियल एस्टेट सहित विभिन्न क्षेत्रों में शामिल रहा है. पर्यटन को बढ़ावा देने में उनकी भागीदारी से इस क्षेत्र में पर्याप्त निवेश और विकास हो सकता है. कान्हाकुंड के लिए महिंद्रा की वकालत इसकी दृश्यता को काफी बढ़ा सकती है और इसे वैश्विक पर्यटन स्थल के रूप में बढ़ावा दे सकती है.
ऐसे पहुंचें कान्हाकुंडा
राउरकेला से बस से करमडीही करीब 65 किमी है. करमडीह पहुंचने के बाद वहां से कान्हाकुंडा 35 किमी की दूरी पर है. निजी वाहन से फिलहाल लोग यहां पर जाना पसंद करते हैं, क्योंकि नियमित रूप से बस की सेवा करमडीह से कान्हाकुंड के लिए मौजूद नहीं है.
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