Sundergarh News:
छत्तीसगढ़ से भटक कर एक बाघ के सुंदरगढ़ फॉरेस्ट डिवीजन, बामड़ा वाइल्डलाइफ डिवीजन, झारसुगुड़ा फॉरेस्ट डिवीजन के विभिन्न इलाकों से गुजरते हुए मंगलवार को बामड़ा वाइल्डलाइफ डिवीजन के खोलबिलुंग गांव के निकट जंगल में डेरा डालने की बात बामडा रेंजर दीपक महानंद ने कही है. बाघ रात को नुआडीही नाला को पार कर खोलबिलुंग पहुंचा था. नुआडीही नाले के आसपास बाघ के पंजे के निशान (पग मार्क) देखे गये हैं. खोलबिलुंग में भी बाघ के पंजे के निशान देखे गये. वन विभाग के अधिकारियों ने पग मार्क ( पंजे के निशान) का फोटो लेने के साथ उसका नमूना भी लेकर बाकी जगह से मिले पग मार्क के साथ मिलान करने पर, सभी पग मार्क इसी बाघ के थे. बामड़ा वाइल्डलाइफ डीएफओ विक्रमदेव पटनायक भी खोलबिलुंग पहुंचे और वन अधिकारियों को दिशा- निर्देश दिया.डीएफओ ने ग्रामीणों को किया जागरूक :
डीएफओ विक्रमदेव पटनायक ने ग्रामीणों को सुरक्षित रहने को लेकर जागरूक किया और कहा कि शाम होने के बाद घर से न निकलें. जरूरत होने पर वन विभाग के कर्मचारियों से संपर्क करने की सलाह दी. बाघ पर निगरानी करने, जगह- जगह पर कैमरा लगाने के साथ वन विभाग के कर्मचारी 24 घंटे पेट्रोलिंग कर बाघ की गतिविधियों पर नजर रख रहे हैं. वन विभाग के कर्मचारियों ने बताया बाघ के सीमावर्ती सुंदरगढ़ जिला के बनायी फॉरेस्ट डिवीजन की ओर जाने की आशंका है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

