20.1 C
Ranchi

लेटेस्ट वीडियो

Rourkela News : साइबर ठगों के साथ फर्जी बैंक खातों की खरीद-बिक्री करनेवाले गिरोह का भंडाफोड़

14 गिरफ्तार, आरोपियों में एक युवती समेत दो निजी बैंक के कर्मचारी भी शामिल

Rourkela News : राउरकेला पुलिस ने कुछ बैंक अधिकारियों की संदिग्ध मिलीभगत से राउरकेला से संचालित एक संगठित आपराधिक गिरोह का पर्दाफाश किया है. गिरोह का काम राउरकेला व आसपास के नाम पर खोले गये फर्जी बैंक खातों की खरीद और संचालन करना था, जिसका उद्देश्य भारत और विदेशों में बड़े पैमाने पर साइबर अपराध और धन शोधन को अंजाम देना था. मंगलवार की शाम जिला पुलिस मुख्यालय में हुई प्रेसवार्ता में एसपी नितेश वाधवानी ने गिरोह के बारे में जानकारी दी. बताया गया कि इस गिरोह ने जेल और बाहर के छोटे-मोटे अपराधियों को भर्ती किया और उनसे अनजान लोगों के बैंक खाते, सक्रिय सिम कार्ड और पहचान पत्र बनवाने का काम करवाया. वे अक्सर जाली दस्तावेज़ों और छद्म पहचान का इस्तेमाल करते थे. कई खाते बैंक कर्मचारियों की मौन स्वीकृति या लापरवाही से खोले गये और मानक ‘अपने ग्राहक को जानो’ (केवाईसी) मानदंडों को दरकिनार कर दिया गया. इसके बाद उन्हें पूरे भारत में साइबर अपराधियों को बेचा या किराये पर दिये गये. इस गिरोह के सदस्य राउरकेला और उसके आसपास के इलाकों में सक्रिय थे और इन सक्रिय खातों को छत्तीसगढ़, झारखंड, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल, दिल्ली, बिहार आदि राज्यों में भेजते थे. इनके दुबई (यूएई) और नेपाल से भी कुछ अंतरराष्ट्रीय संबंध हैं जिनकी जांच चल रही है. इन खातों को 8,000-10,000 रुपये प्रति खाते की मामूली राशि पर किराये पर दिया जाता था या बेचा जाता था, जिसे बाद में सिंडिकेट के सदस्यों में बांट दिया जाता था.

समन्वित अभियान चला कर पकड़े गये अपराधी :

खुफिया जानकारी के आधार पर एडिशनल एसपी श्रावणी नायक और साइबर पुलिस स्टेशन की डीएसपी सेरोफिना खेस की देखरेख में रघुनाथपाली, प्लांट साइट, बंडामुंडा तरंग और सेक्टर-7 पुलिस स्टेशनों की टीमों के साथ एक समन्वित अभियान शुरू किया गया. 09 अगस्त को शुरुआती छापेमारी में पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया गया. इसके बाद 12 अगस्त को अतिरिक्त गिरफ्तारियां की गयीं, जिससे कुल गिरफ्तार लोगों की संख्या 14 हो गयी. इनमें से दो आरोपी बंधन बैंक और आइडीबीआइ बैंक से जुड़े हैं या उनके कर्मचारी हैं, जिन्होंने इन खातों को सक्रिय करने में इस गिरोह की सक्रिय रूप से मदद की. विभिन्न बैंकों के और अधिक अंदरूनी लोगों की संलिप्तता का संदेह है क्योंकि बड़ी संख्या में खाते जाली दस्तावेजों के साथ तथा पर्याप्त जांच के बिना खोले गये हैं.

कौन-कौन पकड़े गये

: इस मामले में अब तक राजेश नाग (43) ,सेक्टर-17, सी-ब्लॉक पार्क बस्ती, शत्रुघ्न नाग उर्फ पुर्रा (35) एच ब्लॉक बस्ती सेक्टर-6, विकास कुमार साहू (25) डीलक्स गली, सिबा बस्ती, राहुल कुम्भार (23) पार्क बस्ती सेक्टर-17, लक्ष्मण राव (36) उत्कल बस्ती सेक्टर-18 शामिल हैं. इन पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर 09 अगस्त को जेल भेज दिया गया. इसके बाद 12 अगस्त को जयंत प्रधान (26) बोलानी लाठीकटा, मेहुल साहू (23) पानपोष बस्ती म्युनिसिपल हाई स्कूल के पास, सचिन जेना (23) ट्रैफिक गेट, गंजाम बस्ती, आदित्य नागबांसी उर्फ बाबूलाल (19) उत्कल बस्ती, सेक्टर-18 , मोशिम खान (28) करबाला रोड, बिरमित्रपुर, दीपक मुखी (26) पानपोष बस्ती सरकारी हॉस्पिटल के पास, शेख सहीदुल अल्ली (31) विवेकानंद पल्ली, सेक्टर-6, शिल्पी साहू (22) , गोपबंधु पल्ली वार्ड नंबर-13, साहिल खुंटिया (23) क्वार्टर नंबर-बी/232 गांधी रोड, फिश मार्केट वीटीसी, राउरकेला से पकड़े गये.

जब्त सामान:

आधार कार्ड (फर्जी खातों से जुड़ा) – 30, पैन कार्ड (फर्जी खातों से जुड़े) – 10, विभिन्न बैंकों की पासबुक-17,चेक बुक -04 नग, सफेद हुंडई कार, काले रंग की बुलेट, डेल लैपटॉप-01 नग, मोबाइल फोन- 15

गिरोह का भंडाफोड़ करनेवाली

टीम

: टीम में डीएसपी सेरोफिना खेस, इंस्पेक्टर पी मिर्धा, एसआइ एसके मोहंती सहित साइबर पुलिस स्टेशन के समस्त कर्मचारी, एडिशनल एसपी श्रावणी नायक और एसपी राउरकेला की देखरेख में रघुनाथपाली, प्लांट साइट, ब्राह्मणीतरंग और सेक्टर-07 थाना के पुलिस अधिकारी शामिल थे.

जांच के अगले चरण:

1.धन के प्रवाह का पता लगाना: फर्जी खातों के माध्यम से उच्च-स्तरीय संचालकों और लाभार्थियों तक धन के प्रवाह का पता लगाना.

2.बैंक अधिकारियों की संलिप्तता की पहचान करना: खाता खोलने की प्रक्रिया, लेनदेन प्राधिकरणों और केवाइसी उल्लंघनों की जांच करके दोषी बैंक कर्मचारियों की पहचान करना.

3.अन्य साइबर गिरोहों के साथ लिंक विश्लेषण: लिंकेज का पता लगाने और व्यापक नेटवर्क को ध्वस्त करने के लिए अन्य राज्यों में साइबर अपराध इकाइयों के साथ समन्वय करना.

4.उपकरणों की फोरेंसिक जांच: गिरोह के संचार और भुगतान श्रृंखला का पता लगाने के लिए जब्त मोबाइल और लैपटॉप से चैट इतिहास, लेनदेन रिकॉर्ड और संपर्क सूची प्राप्त करना. जिले में साइबर

सतर्क व सजग रहें : एसपी

एसपी नितेश वाधवानी ने कहा कि अपराधों के खिलाफ पुलिस ने सख्त शिकंजा कसा हुआ है. साइबर ठगों की तेजी से धरपकड़ की जा रही है.आगे भी सख्ती से कार्रवाई जारी रहेगी. लोगों को भी सावधान रहने और किसी भी तरह के लालच में न आने की सलाह दी जाती है. किसी भी अनजान कॉल या मैसेज पर अपनी निजी जानकारी शेयर न करें. अपने आधार, सिम, निजी दस्तावेज किसी भी अनजान के साथ शेयर न करे, यदि आप किसी साइबर धोखाधड़ी का शिकार होते हैं तो तुरंत पुलिस को सूचित करें

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

संबंधित ख़बरें

Trending News

जरूर पढ़ें

वायरल खबरें

ऐप पर पढें
होम आप का शहर
News Snap News Reel