महाराष्ट्र में एक ओर पुरानी पेंशन योजना लागू करने की मांग को लेकर राज्य के कर्मचारी हड़ताल कर रहे हैं, तो दूसरी ओर अपनी मांगों को लेकर हजारों किसान सड़क पर उतर गये हैं. नासिक से हजारों की संख्या में किसान पदयात्रा करते हुए मुंबई पहुंच रहे हैं. तो आइये जानें कि आखिर किसान किस मांग को लेकर पदयात्रा करने के लिए मजबूर हो रहे हैं.
किसान प्रतिनिधिमंडल ने की सीएम एकनाथ शिंदे से मुलाकात
राज्य मंत्री दादा भुसे ने बताया, किसान प्रतिनिधिमंडल ने अपनी 14 सूत्री मांग को लेकर सीएम एकनाथ शिंदे से मुलाकात की. बैठक में सीएम एकनाथ शिंदे और डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस मौजूद रहे. राज्य के मंत्री दादा भुसे और अतुल सावे ने किसान प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की.
किसानों ने नासिक के डिंडोरी शहर से अपनी पदयात्रा की शुरुआत की
उत्तर महाराष्ट्र में अपनी मांगों के समर्थन में नासिक जिले से मुंबई की ओर कूच कर रहे हजारों किसानों तथा आदिवासियों ने बुधवार को ठाणे जिले में प्रवेश किया. प्रदर्शनकारियों ने रविवार को नासिक जिले में डिंडोरी शहर से अपनी पदयात्रा शुरू की थी.
क्या है किसानों की मांग
किसान 14 सूत्री मांग को लेकर आंदोलन कर रहे हैं. जिसमें प्याज की खेती करने वाले किसानों को 600 रुपये प्रति क्विंटल की फौरन वित्तीय राहत देना, 12 घंटे तक अबाधित बिजली आपूर्ति और कृषि कर्ज माफ करना शामिल है. इसके अलावा सोयाबीन, कपास और अरहर की कीमतों में गिरावट को रोकने, बेमौसम बारिश और अन्य प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित किसानों को तत्काल राहत देने की मांग कर रहे हैं.
20 मार्च को मुंबई पहुंचने की संभावना
बताया जा रहा है नासिक से पदयात्रा में निकले हजारों किसान 20 मार्च को मुंबई में प्रवेश करेंगे. मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) विधायक विनोद निकोल ने कहा कि पार्टी की ओर से आयोजित पदयात्रा ने मुंबई से सटे ठाणे जिले में कसारा शहर को पार कर लिया.
सरकार ने किसानों को 300 रुपये प्रति क्विंटल की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की
महाराष्ट्र सरकार ने प्याज के दाम में तेज गिरावट से प्रभावित राज्य के किसानों को 300 रुपये प्रति क्विंटल की अनुग्रह राशि देने की सोमवार को घोषणा की थी. महाराष्ट्र में प्याज के दाम तेजी से गिर गए, जिससे किसानों को अपनी फसल के लिए बहुत कम कीमत मिल रही है. देश में प्याज की सबसे अधिक खेती नासिक में होती है.