Shiv Sena Row : चुनाव आयोग के फैसले को उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देंगे. मालूम हो चुनाव आयोग ने एकनाथ शिंदे गुट को असली शिवसेना बताया और उसे शिवसेना पार्टी और उसका चुनाव चिह्न सौंपा. जिसके बाद महाराष्ट्र में भारी बवाल मचा है.
उद्धव ठाकरे के समर्थकों ने चुनाव आयोग के खिलाफ प्रदर्शन किया
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले समूह को ‘शिवसेना’ के नाम और उसका चुनाव चिन्ह ‘धनुष और तीर’ आवंटित करने पर शिवसेना (यूबीटी) के समर्थकों ने निर्वाचन आयोग के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों ने चुनाव आयोग पर नरेंद्र मोदी सरकार के इशारे पर काम करने का आरोप लगाया. शिंदे और मोदी की पार्टी भाजपा महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ सहयोगी हैं.
अमित शाह ने शिवसेना को लेकर निर्वाचन आयोग के फैसले का स्वागत किया
निर्वाचन आयोग द्वारा महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले धड़े को वास्तविक शिवसेना घोषित करने के बाद केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने कहा कि आयोग के इस फैसले से दूध का दूध और पानी का पानी हो गया.
क्या है मामला
गौरतलब है कि उद्धव ठाकरे को बड़ा झटका देते हुए चुनाव आयोग ने शुक्रवार को शिंदे गुट को असली शिवसेना के रूप में मान्यता दी और उसे पार्टी का ‘धनुष और तीर’ चुनाव चिन्ह आवंटित किया. यह पहली बार है कि ठाकरे परिवार ने उस पार्टी का नियंत्रण खो दिया है जिसकी स्थापना 1966 में बाल ठाकरे ने मिट्टी के बेटों के लिए न्याय के सिद्धांतों पर की थी.