मुंबई: क्रूज ड्रग्स केस (Cruise Drugs Case) में आर्यन खान को क्लीन चिट (Clean Chit To Aryan Khan) मिलने के बाद महाराष्ट्र के गृह मंत्री दिलीप वलसे पाटील (Dilip Valse Patil) केंद्र और नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) पर हमलावर हैं. उन्होंने कहा है कि आर्यन खान पर लगे आरोपों में कोई सच्चाई नहीं थी. इसलिए चार्जशीट से उनका नाम हटा दिया गया है. वलसे पाटील ने कहा, ‘मुझे लगता है कि केंद्र ने भी इस मामले का संज्ञान लिया है और संबंधित अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की जानकारी दी है.’
बेगुनाह को झूठा फंसाने वाले पर कार्रवाई हो- दिलीप वलसे पाटील
महाराष्ट्र के गृह मंत्री दिलीप वालसे पाटील ने कहा है कि अगर कोई किसी बेगुनाह को झूठा फंसा रहा है, तो उसके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए. मुझे लगता है कि NCB के पूर्व अधिकारी समीर वानखेड़े ने जिस तरह से इस मामले को संभाला, उसके खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए. बता दें कि जब आर्यन खान को मुंबई से गोवा जा रहे क्रूज से गिरफ्तार किया गया था, उस वक्त समीर वानखेड़े एनसीबी मुंबई के प्रमुख थे.
आर्यन की गिरफ्तारी के बाद चर्चा में आये समीर वानखेड़े
बॉलीवुड के सुपरस्टार शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान की ड्रग्स केस में गिरफ्तारी के बाद आईपीएस ऑफिसर समीर वानखेड़े चर्चा में आये थे. सबसे पहले राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के नेता और महाराष्ट्र सरकार में अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री नवाब मलिक ने मोर्चा खोला था. उन्होंने शाहरुख खान के बेटे की गिरफ्तारी पर अल्पसंख्यक कार्ड खेला था. कहा था कि केंद्रीय जांच एजेंसी ने शाहरुख खान को परेशान करने के लिए यह केस बनाया है.
नवाब मलिक-समीर वानखेड़े के बीच चला आरोप-प्रत्यारोप का दौर
नवाब मलिक और समीर वानखेड़े के बीच काफी दिनों तक आरोप-प्रत्यारोप का दौर चला. इसके बाद एनसीबी ने जांच कमेटी बनायी. जांच शुरू होने की वजह से समीर वानखेड़े को उनके पद से हटा दिया गया. नवाब मलिक ने आरोप लगाये थे कि समीर वानखेड़े का जाति प्रमाण पत्र फर्जी है. समीर वानखेड़े के पिता पर भी नवाब मलिक ने कई आरोप लगाये थे.