चाईबासा : मानकी मुंडा संघ कोल्हान की पोड़ाहाट केंद्रीय समिति चाईबासा की ओर से मंगलवार को संत जेवियर कल्याण केंद्र में मानकी मुंडा और डाकुवाओं का एक दिवसीय सम्मेलन किया गया. मुख्य वक्ता विधायक दीपक बिरूवा ने कहा कि मानकी मुंडा स्वशासन व्यवस्था किसी सरकार से भीख या दान में नहीं मिली है. इसके लिए […]
चाईबासा : मानकी मुंडा संघ कोल्हान की पोड़ाहाट केंद्रीय समिति चाईबासा की ओर से मंगलवार को संत जेवियर कल्याण केंद्र में मानकी मुंडा और डाकुवाओं का एक दिवसीय सम्मेलन किया गया. मुख्य वक्ता विधायक दीपक बिरूवा ने कहा कि मानकी मुंडा स्वशासन व्यवस्था किसी सरकार से भीख या दान में नहीं मिली है. इसके लिए यहां के आदिवासियों को काफी कुर्बानी देनी पड़ी थी. इस व्यवस्था के विरोध में नीति नियम बनेगा, तो मानकी मुंडा विरोध करेगा. सीएनटी एक्ट आदिवासी और मूलवासी के लिए बना है. हमें आपस में लड़ाने के लिए भ्रम की स्थिति पैदा की जा रही है.
मानकी मुंडाओं की बंदोबस्ती का अधिकार खत्म कर अनुमंडल पदाधिकारी को देना चाह रही है, ताकि परती जमीन को अंबानी व टाटा जैसे उद्योगपति या कंपनी को दी जा सके.
केंद्रीय अध्यक्ष युगल किशोर पिंगुवा ने स्वागत भाषण में कहा कि कोल्हान के लोगों को जागने की जरूरत है. वर्तमान सरकार हमारे शरीर से आत्मा निकाल यानी सीएनटी एक्ट में संशोधन कर जमीन हड़पना चाहती है. आदिवासी महासभा का राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा कि कोल्हान की रीति-रिवाज प्रकृति के नियम से चलता है. विल्किसन रूल 122 देशों में लागू है. यहां के आदिवासियों के लिये नौकरी में सौ प्रतिशत आरक्षण होना चाहिए. सम्मेलन में खरसावां विधायक दशरथ गागराई, मनोहरपुर विधायक जोबा माझी, चक्रधरपुर विधायक शशिभूषण सामड, मझगांव विधायक नीरल पूरती ने भी विचार रखे. इसके अलावा कालीचरण बिरूवा, बिरसा मुंडा, मोतीलाल हेम्बरोम, डेनिस बानरा आदि ने सीएनटी के संशोधन का विरोध किया. मौके पर संघ के पदाधिकारी, रामेश्वर सिंह कुंटिया, सनातन सिद्धू, अभिराम सिंह कुंटिया, सुरेश बिरूली आदि उपस्थित थे.