अंधविश्वास में मुखिया की ओर से भेजी गयी दवा भी नहीं खा रहा
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डायरिया के इलाज के लिए दी तीन मुर्गों की बलि
अंधविश्वास में मुखिया की ओर से भेजी गयी दवा भी नहीं खा रहा गांव में अबतक नहीं पहुंची है एएनएम, अस्पताल जाने को नहीं हैं पैसे नोवामुंडी : नोवामुंडी की पेटेता पंचायत अंतर्गत बुरू पोखरिया गांव का वाटे वासिंग (40) विगत तीन दिनों से डायरिया से पीड़ित है. उसे दस्त व उल्टी हो रही है. […]
गांव में अबतक नहीं पहुंची है एएनएम, अस्पताल जाने को नहीं हैं पैसे
नोवामुंडी : नोवामुंडी की पेटेता पंचायत अंतर्गत बुरू पोखरिया गांव का वाटे वासिंग (40) विगत तीन दिनों से डायरिया से पीड़ित है.
उसे दस्त व उल्टी हो रही है. वह अस्पताल जाने की बजाय झाड़-फूंक से इलाज के चक्कर में तीन दिनों में तीन मुर्गे की बलि दे चुका है. उसकी हालत बिगड़ती जा रही है. इसकी जानकारी मिलने पर पंचायत के मुखिया ज्योति केराई ने उसके लिए कुछ दवाइयां भेजी, लेकिन अंधविश्वास में वह दवा नहीं खा रहा है. बताया जाता है कि अस्पताल पहुंचने के लिए उसके पास पैसे नहीं हैं. घर के मुर्गा के भरोसे डायरिया का इलाज कराने को विवश है.
गौरतलब हो कि पेटेता पंचायत में दो एएनएम सुमति सिंह कुंटिया व नीलम कच्छप पदस्थापित हैं. वे बुरू पोखरिया गांव नहीं गयी है. इस संबंध में बड़ाजामदा सीएचसी के चिकित्सा प्रभारी डॉ धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि इसकी जानकारी नहीं है. शुक्रवार को दोनों एएनएम को दवा के साथ बुरू पोखरिया गांव भेजा जायेगा. नोवामुंडी प्रखंड मुख्यालय से बुरू पोखरिया गांव की दूरी 35 किमी है. पूरी तरह नक्सल प्रभावित इस गांव में बुनियादी सुविधाओं का घोर अभाव है.
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