भाजपाइयों में उबाल
चाईबासा : पटना के गांधी मैदान में नरेंद्र मोदी की हुंकार रैली से पूर्व बम विस्फोट केंद्र व नीतीश सरकार के गहरे षड़्यंत्र को दर्शाता है. सीरियल ब्लास्ट से पता चलता है कि यह एक सोची समझी साजिश के तहत कराया है.
इस घटना में नीतीश सरकार के भूमिका की भी जांच होनी चाहिए. यह बात भारतीय जनता युवा मोरचा के प्रदेश मंत्री व जिला प्रभारी कुलवंत सिंह ने बुधवार को समाहरणालय पर आयोजित धरना में कही.
भाजयुमो ने गांधी मैदान में ब्लास्ट, राज्य की कानून व्यवस्था और बालू घाटों की नीलामी में राज्य सरकार की मनमानी के खिलाफ आक्रोश जताते हुए राष्ट्रपति के नाम उपायुक्त को पत्र सौंपा. भाजपा जिलाध्यक्ष संजय पांडेय ने कहा कि हुंकार रैली के दौरान बम विस्फोट लोकतंत्र पर हमला है. इस मौके पर विस्फोट में मारे गये कार्यकर्ताओं के लिए दो मिनट का मौन रखा गया. मोरचा ने बम विस्फोट को मोदी की हत्या का षड़्यंत्र बताया है.
इसलिए उनके लिए विशेष सुरक्षा की मांग की है. इसके अलावा पश्चिम सिंहभूम में बालू घाटों की नीलामी ग्राम सभा के माध्यम से कराने की मांग की है. भाजयुमो ने इसके लिए आंदोलन करने और लगातार विरोध जताने का भी संकल्प दोहराया है. धरना का संचालन प्रताप कटिहार ने किया. इस धरना में अशोक षाड़ंगी, गीता बालमुचू, पुतकर हेम्ब्रम, मो बरीक, राजू खान, दिनेश नंदी, रामानुज शर्मा, शिवकुमार राय, ब्रजलाल दास, वंदना जेना, मनीकांत पोद्दार आदि उपस्थित थे.