नोवामुंडी. :बच्चों को हड़िया पीते देखता हूं तो आंख से आंसू गिरता है. नौनिहाल बच्चे झारखंड के भविष्य हैं. आंगनबाड़ी सेविकाओं का परिवार व बच्चों का भविष्य संवारने का सबसे बड़ा सामाजिक दायित्व है. यह बात ‘मां का दूध बच्चों के लिए सवरेत्तम आहार’ पर किसान भवन में आयोजित आंगनबाड़ी सेविकाओं की बैठक को संबोधित […]
नोवामुंडी. :बच्चों को हड़िया पीते देखता हूं तो आंख से आंसू गिरता है. नौनिहाल बच्चे झारखंड के भविष्य हैं. आंगनबाड़ी सेविकाओं का परिवार व बच्चों का भविष्य संवारने का सबसे बड़ा सामाजिक दायित्व है. यह बात ‘मां का दूध बच्चों के लिए सवरेत्तम आहार’ पर किसान भवन में आयोजित आंगनबाड़ी सेविकाओं की बैठक को संबोधित करते हुए आयुक्त अरुण ने कही.
कहा कि हड़िया मादक पदार्थ है. स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है. बड़ों को रोकना थोड़ा दुर्लभ है, बच्चों को पीना बंद कराये. सेविका ऐसा काम कर रही है जो बच्चों का बड़ा भविष्य बनेगा. मां गर्भ से पोषाहार देकर बच्चों की नींव को पोषित करने का पुनीत कार्य करती है. हड़िया पीने के लिए सेविकाएं आंगनबाड़ी केंद्र स्तर पर जागरूकता अभियान चला कर लोगों को जागरूक करें. पूरी तरह बंद करने के लिए नहीं जितना कम हो सके पहल करें.
हड़िया बेचने वाली महिलाओं को रोजगार से जोड़ें
आयुक्त ने कहा कि हड़िया बेचने वाली महिलाओं को वैकल्पिक रोजगार का सृजन करने की जरूरत है. इसके लिए महिलाओं को कौशल विकास के तहत हुनरमंद बना कर रोजगार उपलब्ध कराये जाने का हरसंभव पहल की जायेगी. उन्होंने सुकन्या योजना के तहत 1 से 10 वर्ष उम्र की बालिकाओं को पोस्ट ऑफिस में खाता खोलवाने का निर्देश दिया.
कमीशनर व डीसी ने स्टॉक रजिस्टर जांचा
आयुक्त व डीसी ने एसएसजी की महिला समिति को स्वरोजगार बिना लोन के कम पूंजी में शुरू कर आर्थिक रूप से संपन्नता लाने की बात कही. महिलाओं द्वारा निर्मित प्रोडक्ट को भी देखा, सराहना की. आंगनबाड़ी कार्यालय में पोषाहार के गोदाम को देखा. जहां सीडीपीओ ने नियमित पोषाहार समय पर वितरण करने वाले एजेंसी द्वारा नहीं भेजने की बात कही. कहा कि यही कारण है कि एक माह को पोषाहार दूसरे माह में आंगनबाड़ी केंद्रों में पहुंचता है. पोषाहार में मैनुफैक्चरिंग डेट से तीन माह के अंदर इस्तेमाल करने का निर्देश है. कमीशनर व डीसी ने स्टॉक रजिस्टरों की बारीकी से पड़ताल की. सीडीपीओ लक्ष्मी भारती ने अधिकारियों को बताया कि एजेंसी द्वारा नियमित पोषाहार नहीं पहुंचाने के कारण ट्रक को लौटा दिया गया था.
नोवामुंडी के उपायुक्त अबुबक्कर सिद्दीख पी ने कहा कि बच्चों की उपस्थिति आंगनबाड़ी केंद्र में सुनिश्चित कराये. गर्भवती महिलाओं को जज्चा-बच्च का प्रसव के दौरान हो रही मौत पर रोक लगाने के लिए सहिया से टाइअप कराये. उन्होंने कहा कि मंझारी प्रखंड में आंगनबाड़ी केंद्र में 12 बजे के बाद एक भी बच्च नहीं मिला. केंद्र में ताला लटका था. उपायुक्त ने कहा कि जो आंगनबाड़ी भवन विहीन है. अगर सेविका भवन के लिए एक कट्ठा जमीन देने को तैयार है तो तत्काल निर्माण र्का शुरू कराया जायेगा. साथ ही साथ जमीन दान देने वालों का नाम भी भवन में अंकित किया जायेगा. 135 में 73 आंगनबाड़ी भाड़े के मकान में चल रहा है. उन्होंने कहा कि लीज क्षेत्र में कंपनी के खर्च से भवन बनेगा. जिला स्तर पर बेहतर परफॉर्मेस करने वाली सेविकाओं को 26 जनवरी गणतंत्र दिवस पर सम्मानित किया जायेगा.