।। गौरीशंकर ।।
चाईबासा : सदर अस्पताल में मरीजों पर इस्तेमाल के बाद मेडिकल डस्ट खुले मैदान में फेंका जा रहा है. खुली हवा में मेडिकल वेस्ट फेंके जाने वाली वस्तुओं में स्लाइन की बोतलें, सिरिंज, रूई आदि शामिल हैं. यह मेडिकल वेस्ट टीबी वार्ड के पास ही फेंकी जा रही हैं जिससे करीब 20 मीटर की दूरी पर संक्रमण कक्ष भी है.
पोस्टमार्टम रूम और नेत्र वार्ड जाने के लिए यही एकमात्र मार्ग है. आलम यह है कि सड़क पर और उसके किनारे ही सुई लगी सिरिंज पड़ी हुई है.
सामने है संक्रमण व कुपोषण केंद्र
कचरे जहां फेंके जा रहें हैं उसी के पास संक्रमण कक्ष है. जहां संक्रमित मरीजों का इलाज होता है. संक्रमण से ग्रस्त मरीजों को ठीक करने के लिए यहां भर्ती किया जाता है. पास ही कुपोषण केंद्र है जहां कुपोषण से पीड़ित बच्चों का इलाज किया जाता है. ऐसे स्थान पर खुली हवा में मेडिकल वेस्ट फेंकने से संक्रमण का खतरा बढ़ गया है.
हवा से और पानी के प्रभाव में आने संक्रमण तेजी से फैलता है. मेडिकल वेस्ट के खुली हवा में फेंकने से मरीजों के इलाज व सुरक्षा पर भी सवाल उठ रहे है. यही समीप दाल–भात केंद्र भी है जहां लोगों को खाना मिलता है.
ये वार्ड हैं आस–पास
टीबी वार्ड, संक्रमण कक्ष, महिला वार्ड, कुपोषण केंद्र, नेत्र वार्ड, पोस्टमार्टम रूम, दाल–भात केंद्र.
डायरिया व डेंगू का सक्रमण
जिले में डायरिया, डेंगू, जापानी बुखार का संक्रमण पहले से फैला हुआ है. ऐसे मरीजों का उपचार सदर अस्पताल में चल रहा. यहां मेडिकल वेस्ट खुले में फेंका जाना मरीजों के स्वास्थ्य पर सीधा असर डालने वाला है.