– मनोजकुमार –
कचरा ट्रीटमेंट प्लांट लगाने की योजना अधर में
चाईबासा : चाईबासा शहर का कूड़ा फेंकने के लिए शीघ्र जमीन का बंदोबस्त नहीं हुआ, तो यहां की सड़कें कूड़ों के ढेर से पट जायेगी. कारण कि अभी मधु बाजार की जिस जमीन में शहर की विभिन्न गलियों और सड़कों का कूड़ा फेंका जा रहा है, वहां अब कूड़ा फेंकने के लिए जमीन नहीं रह गयी है.
रही–सही कसर सोमोपंचो गांव के ग्रामीणों ने शहर का कूड़ा स्टोर कर वहां कचरा ट्रीटमेंट प्लांट योजना के लिए जमीन देने से इनकार कर पूरी कर दी है. नगर पर्षद ने इस गांव की आठ एकड़ सरकारी जमीन में शहर का कूड़ा स्टोर कर वहां 12 करोड़ 69 लाख की लागत से कचरा ट्रीटमेंट प्लांट लगाने की योजना बनायी थी.
इस मद में नगर पर्षद को पांच करोड़ रुपये भी प्राप्त हैं. नगर पर्षद के अनुसार शहर से रोज 12 टन कचरे का उठाव किया जाता है. अगर जमीन शीघ्र नहीं मिल पायी, तो अंदाजा लगाया जा सकता है कि स्थिति कितनी भयावह होगी.
अब क्या करेगा नगर पर्षद
सोमोपंचो गांव के ग्रामीणों की ओर से जमीन के लिए मनाही करने के बाद सरकारी जमीन नहीं मिलने पर नगर पर्षद निजी जमीन की खरीदारी करेगा. इसके लिए अखबारों में विज्ञापन निकाला जायेगा. आठ एकड़ की जमीन में प्राकृतिक कचरे से खाद बनाया जायेगा. साथ ही मानव जनित कचरे का भी उपचार किया जायेगा. आठ फिट बाउंड्री वाल दिया जायेगा. कचरे को ढक कर रखने की व्यवस्था होगी.