अखिल भारतीय शैक्षिक महासंघ ने किया कवि सम्मेलन का आयोजन, गायन व फैंसी ड्रेस भी
चाईबासा : हिंदी दिवस के पूर्व संध्या पर पिल्लई हॉल मैदान में लगे पुस्तक मेला में शुक्रवार को अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ की ओर से कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया.
कार्यक्रम में भारतीय आदिवासी संगठन इशा के अध्यक्ष सुशील कुमार पुरती ने हो भाषा में पढ़ेंगे मां पढ़ेंगे, पट पुस्तिका प्रदान करो तथा नूर हिंदुस्तानी ने सुबह का कराया इंतजार, ले आये तुम रात कविता से लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया. एसबी सिंह की कविता हिंदी है घरवाली, अग्रेंजी है बाहरवाली ने खूब ताली बटोरी.
डा. डोबरे साव की बोली अनेक और जीभ एक को भी दर्शकों ने तालियों से नवाजा. मंच संचालन सुरेश बहादुर सिंह ने किया. कार्यक्रम को महासंघ के अध्यक्ष प्रो. डा. विजय प्रकाश, डा. अशोक कुमार, राजेश कुमार, प्रकाश गुप्ता आदि ने भी संबोधित किया. मौके पर आशीष रंतन दीक्षित, विकास कुमार, विवेक कुमार, सुरेंद्र कुमार, अजीत कुमार, सुदेश राम आदि उपस्थित थे.
फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता
पुस्तक मेला में विभिन्न स्कूलों के छात्र–छात्राओं के बीच गायन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. जिसमें वंदना सिन्हा, रजनी कुमारी, आकांक्षा कुमारी, पूजा कुमारी, प्रतीक अग्रवाल को अगले चरण के लिए चयनित किया गया.
फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता में टीकरा हयात, तहरीन परवीन, नृत्य प्रतियोगिता में अंशु पुरती, शैलेश गुप्ता, रेखा कुमारी, दीपक चौहान, चांदनी कुमारी, शोभा रानी ने भाग लिया.