चक्रधरपुर : कोल्हान में भाजपा के भीष्म पितामह रुद्र प्रताप षाड़ंगी का रविवार आठ सितंबर की सुबह करीब 5.30 बजे देहांत हो गया. वे 90 साल के थे. दोपहर करीब डेढ़ बजे राजकीय सम्मान के साथ कुदलीबाड़ी श्मशान घाट में उनका अंतिम संस्कार किया गया. उनके ज्येष्ठ पुत्र राजेश उर्फ राजू षाड़ंगी ने उन्हें मुखाग्नि दी. उनकी अंतिम यात्र में हजारों लोग शामिल हुए.
1923 में उनका जन्म चक्रधरपुर में हुआ था. पिछले दो साल से वे बिस्तर पर थे. शरीर काफी दुर्बल हो जाने के कारण चलना–फिरना भी नहीं कर पा रहे थे. हार्ट की समस्या होने से उन्हें पेसमेकर लगा हुआ था. चार दिनों से उन्हें ऑक्सीजन पर रखा गया था. आरपी षाड़ंगी के देहांत की खबर पल भर में पूरे राज्य में फैल गयी. कोल्हान के नये पुराने सभी भाजपाई व दूसरे दलों के नेता उनके पुरानी बस्ती, चक्रधरपुर स्थित आवास में पहुंचने लगे.
उन्हें मुखाग्नि दिये जाने से पूर्व अनुमंडल पदाधिकारी छवि रंजन, एएसपी सुरेंद्र झा व चक्रधरपुर थाना प्रभारी सकलदेव राम के नेतृत्व में उन्हें राजकीय सम्मान प्रदान किया गया. 11 राउंड की हवाई फायरिंग के बाद बंदूकें नीचे कर दी गयी.
11 जवानों ने उन्हें सलामी पेश की. षाड़ंगी जी के देहांत की खबर पाकर विधायक रघुवर दास, विधायक लक्ष्मण गिलुवा, विधायक गुरुचरण नायक, विधायक बड़कुंवर गागराई, पोटका की विधायक मेनका सरदार, पूर्व सांसद बागुन सुंबरूई, भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष दिनेशानंद गोस्वामी, प्रदेश मंत्री शैलेंद्र सिंह, पूर्व सांसद शैलेंद्र महतो, पूर्व मंत्री डॉ दिनेश षाड़ंगी, अमरप्रीत सिंह काले व भाजपा जिला अध्यक्ष संजू पांडेय समेत बड़ी संख्या में विभिन्न दलों के नेता उनकी अंत्येष्टी में भाग लेने पहुंचे.
मालूम हो कि आरपी षाड़ंगी अविभाजित बिहार में दो बार विधायक, दो बार सांसद, एक बार मंत्री, दो बार एमएलसी रहे. लगभग 20 साल तक चक्रधरपुर नगरपालिका के चेयरमैन रहे. वे मजदूर संगठन से भी जुड़े हुए थे.