चाईबासा : जन्माष्टमी के मौके पर बुधवार को पूरा शहर भगवान श्रीकृष्ण की भक्ति में रमा रहा. जन्माष्टमी को लेकर शहर के विभिन्न जगहों पर उत्सव मनाया गया. अष्टमी के रोहणी नक्षत्र में मध्य रात्रि भगवान श्रीकृष्ण का जन्म हुआ जिसके बाद उन्हें जल, दूध, घी, दही आदि से स्नान कराया गया.
चंदन आदि का लेप लगाकर उन्हें झूले पर बैठाया गया. नैवेद्य, फल आदि अर्पित कर उन्हें महिलाओं ने भगवान को झुलाया. इस बीच भजन–कीर्तन का दौर जारी रहा. रात करीब डेढ़ बजे तक कार्यक्रम चलता रहा. भगवान के बाल गोपाल रूप के दर्शन के लिये बड़ी संख्या में मंदिरों में लोगों की भीड़ जमी रही.
घसिया चौक स्थित ग्वालापट्टी मंदिर के पुजारी विश्वनाथ मिश्र ने बताया कि शाम से ही मंदिर में भजन–कीर्तन का काम चलता रहा. मध्यरात्रि भगवान कृष्ण का जन्म हुआ जिसके बाद धूमधाम से जन्मोत्सव मनाया गया. शहर के जगन्नाथ मंदिर, बाबा मंदिर, शंभू मंदिर व सिद्धेश्वर मंदिर में भी जन्माष्टमी मनायी गयी.