चाईबासा/तांतनगर : चक्रवाती तूफान हुदहुद ने पश्चिम सिंहभूम जिला में भी व्यापक तबाही मचायी. तूफान ने रात लगभग नौ बजे के आसपास तांतनगर प्रखंड के गिलितआदेर (सिरमासाई) में सबसे पहले दस्तक दी.
यहां इसने जमकर कहर बरपाया. चक्रवाती तूफान के कारण यहां पर 72 घरों को नुकसान पहुंचा है. जिसके बाद खेडियासिंद्री से गुजरते चक्रवाती तूफान ने छह घर दारा में 4 घरों को आंशिक रूप से नुकसान पहुंचाया. चक्रवाती तूफान ने रात लगभग 9.30 बजे चाईबासा के टुगरी में प्रवेश किया. टुगरी से गुजरते समय कुछ सेकेंड के भीतर ही तूफान ने कई सारे पेड़ों को धराशायी कर डाला.
जबकि तूफान ने चंद मिनटों में राजीव गांधी चौक मार्ग के पास आधे दर्जन से अधिक बिजली के खंबे क्षतिग्रस्त कर डाले. प्रलयंकारी आवाज के साथ आयी हवा ने कई पेड़ को जड़ से उखाड़ दिया. बिजली के खंबे गिरने से दो चार चक्का वाहनों को भी नुकसान पहुंचा है. गुटूसाई के कल्याणपुर से गुजर रहे तूफान ने चार घरों के छप्पर उड़ा डाले.
वहीं जेवियर नगर में चक्रवाती हवा के कारण आधा दर्जन से अधिक घरों के छप्पर उड़ गये. तूफान के कारण एक वयोवृद्ध महिला, एक मासूम समेत दर्जन भर लोगों के घायल होने की सूचना है. बताया जा रहा है कि तूफान ने महज 35 से 38 सेकेंड में ही व्यापक तबाही मचा दी.
प्रशासन सुस्त : तूफान द्वारा कहर मचाये जाने के दूसरे दिन प्रशासन की टीम तांतनगर प्रखंड के प्रभावित अंचलों में लोगों का हाल जानने पहुंची. पहले से तैयारी के बावजूद जिला प्रशासन समय पर राहत पहुंचाने में पूरी तरह विफल रहा. जिसके कारण प्रभावित अंचल के दौरे के दौरान अधिकारियों को लोगों के रोष का सामना करना पड़ा.
उधर दूसरी ओर चाईबासा में भी प्रशासन द्वारा बनाये गये नियंत्रण कक्ष लोगों को तत्काल राहत पहुंचाने में विफल रहा. प्रशासन द्वारा उपलब्ध कराये गये नियंत्रण कक्ष में फोन करने के बावजूद जेवियर नगर में तूफान के चपेट में आने से घायल हुई वयोवृद्ध महिला को अस्पताल लाने कोई एंबुलेंस नहीं पहुंची.
जिसके कारण लोगों ने महिला को बाइक से अस्पताल पहुंचाया था. दो घंटे बाद मुफ्फसिल पुलिस घटनास्थल पहुंची थी. जबकि बिजली के पोल गिरने की सूचना पाने के बाद घटनास्थल पहुंची बिजली विभाग ने आपूर्ति बंद कर थी. लेकिन दूसरे दिन शाम तक नीमडीह अंचल में बिजली की आपूर्ति बहाल नहीं हो सकी थी.
प्रशासनिक अधिकारियों ने लिया जायजा
चाईबासा पहुंचने के बाद दोपहर को उपायुक्त अबुबक्कर सिद्दिख पी ने हुदहुद के कारण सबसे ज्यादा प्रभावित तांतनगर प्रखंड के विभिन्न गांवों का दौरा किया. उन्होंने लोगों की समस्या सूनी. लोगों के लिये स्कूलों में खोले गये राहत केंद्र का जायजा लिया. प्रशासनिक कार्रवाई की समीक्षा की.
इसके अलावा जिन लोगों के घरों के छप्पर उड गये थे उन्हें तत्काल राहत के तौर पर प्लास्टिक के तिरपाल वितरण की जानकारी ली. प्रभावित लोगों को सरकार की ओर से मिलने वाली सभी सुविधाओं को जल्द से जल्द उपलब्ध करवाने का आश्वासन दिया. इधर चाईबासा व इसके आसपास के अंचलों में एसडीओ असीम किसपोट्टा, सदर बीडीओ मुकेश मछुवा, सीओ बीएल भगत ने दौरा किया तथा लोगों को प्लास्टिक का तिरपाल उपलब्ध कराया. एडीसी अजीत शंकर ने भी तांतनगर के प्रभावित अंचलों का दौरा किया.
दहशत में जागते बीत गयी पूरी रात
चक्रवार्ती तूफान द्वारा पल भर में दिखाये गये रौद्र रूप के बाद तांतनगर व चाईबासा अंचल के लोगों की रात दहशत में गुजरी. तूफान के फिर से आने की आशंका में लोग जागते रहें. जबकि जिनका घरौंदा उजड़ गया, उन्हें सड़क पर ही रात गुजरानी पड़ी. तूफान का रौद्र रूप लोगों के रौंगटे बार-बार खड़े करता रहा.
फौरी तौर पर तांतनगर में प्रभावित लोगों के लिये राहत केंद्र में खाने की व्यवस्था की गयी है. इसके अलावा शिविर लगाकर लोगों को ठहरने की व्यवस्था की गयी है. लोगों को प्लास्टिक के तिरपाल उपलब्ध कराये गये है.
नुकसान पहुंचे संपत्ति की फोटोग्राफी के साथ आंकलन रिपोर्ट तैयार कर आपदा प्रबंधन के सचिव को भेजी जायेगी. ताकि सरकार द्वारा मिलने वाली सहायता लोगों को तुरंत मुहैया करायी जा सके.
अबुबक्कर सिद्दीख पी, उपायुक्त पश्चिम सिंहभूम