दीघा सीआरपीएफ कैंप से सौ गज की दूरी पर दिया घटना को अंजाम
मनोहरपुर : सारंडा में जराईकेला थाना क्षेत्र के दीघा स्थित सीआरपीएफ कैंप से सौ गज की दूरी पर हथियारबंद नक्सलियों ने अंद्रीयश लोमगा नामक एक ग्रामीण की गोली मारकर हत्या कर दी. घटना सोमवार की रात 11:30 बजे की है.
दीघा निवासी सुफल भेंगरा के घर में तीन दिन से ओड़िशा के चिरुबेड़ा गांव निवासी अंद्रीयश लोमगा रह रहा था. अंद्रीयश के मंझले बेटे सुशील लोमगा का ससुराल दीघा के पारटोला में है. हत्या को लेवी की राशि से जोड़ कर देखा जा रहा है. अप्रैल-जून माह में रुपये को लेकर कथित नक्सलियों ने अंद्रीयश की पिटाई भी की थी. घटना के बाद जराईकेला पुलिस ने घटनास्थल से शव को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए चाईबासा भेज दिया है. पुलिस ने मामले की जांच में जुट गयी है.
घटना के संबंध में मिली जानकारी के अनुसार, सोमवार की रात 11 बजे एक दर्जन की संख्या में ट्रैकशूट पहने तथा मुंह पर पट्टी बांधकर हथियार बंद नक्सली अंद्रीयश के समधी जकरियस तोपनो के घर पहुंचे. यहां उसकी बेटी निमंती व अंद्रीयश का पुत्र सुशील भी मौजूद था.
नक्सलियों के पहुंचने पर सुशील घर के पीछे से भाग निकला. नक्सलियों ने निमंती को पकड़ कर उसके ससुर अंद्रीयश का पता पूछा. निमंती को नक्सलियों ने पीटा भी. इसके बाद निमंती को साथ लेकर नक्सली सीआरपीएफ कैंप के समीप सुफल भेंगरा के घर (जहां तीन दिनों से अंद्रीयश रुका था) पहुंचे. निमंती के मुताबिक, यहां पहुंचे तीन लोगों में एक के पास देसी कट्टा तथा दो के पास तीर-धनुष थे. यहां उसने अंद्रीयश को आवाज देकर दरवाजा खुलवाया और अंद्रीयश को गोली मार दी .
दूसरी ओर, निमंती भागने के दौरान खेत में गिर पड़ी,जहां उसे चोट भी आयी. इस घटना क्रम के दौरान नक्सलियों ने जकरियस तोपनो के घर को घेर कर रखा था. रात के 11:30 बजे गोली की शेष पेज 15 पर
आवाज सुन कर दीघा सीआरपीएफ कैंप के जवानों के कान खड़े हो गये. उन्होंने सूचना मिलते ही नक्सलियों की खोजबीन शुरूकी. लेकिन सफलता नहीं मिली. मंगलवार को भी सीआरपीएफ ने दीघा में सर्च ऑपरेशन चलाया.