चाईबासा ; पांड्राशाली ओपी अंतर्गत उनचुड़ी-घाघरी के बीच रेलवे ट्रैक से मंगलवार सुबह गालूबासा निवासी सादो लोहार(32), उसकी पत्नी व बच्ची (3) के शव पुलिस ने बरामद किया है. ग्रामीण मुंडा ने शवों की पहचान की. ज्ञात हो कि विगत 20 फरवरी को गांव के बिजली मिस्त्री रांदो बानरा की हत्या हो गयी थी. उसमें सादो के पिता दुनू लोहार, उसके भाई दिरजा लोहार, मोटू उर्फ गोमेया लोहार व डोबरो लोहार आरोपी हैं. हत्या के बाद से सभी गांव छोड़ नोवामुंडी में रह रहे थे. परिजनों ने हत्या की आशंका जतायी है, जबकि पुलिस आत्महत्या मान रही है.
रेलवे ट्रैक पर क्षत-विक्षत पड़े थे शव : बिजली मिस्त्री रांदो बानरा की हत्या के बाद सादो लोहार पूरे परिवार के साथ नोवामुंडी में रह रहा था. मंगलवार सुबह तीनों (सादो, उसकी पत्नी व बच्ची) की लाशें उनचुड़ी-घाघरी के बीच रेलवे ट्रैक पर क्षत-विक्षत अवस्था में पड़ी मिलीं. घटना की सूचना मिलते ही गांव में सनसनी फैल गयीं.
लोगों में तरह-तरह की चर्चाएं जारी हैं. सूचना मिलते ही मुफस्सिल थाना व पांड्राशाली ओपी पुलिस घटनास्थल पहुंची और शवों को पोस्टमॉटर्म के लिए सदर अस्पताल भेजवाया. पत्नी व बच्ची के नाम पता नहीं चल पाये हैं. तीनों शवों के हाथ-पैर, सिर पूरी तरह से कटे हुए थे. शवों की पहचान करने में पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी. पुलिस ने मामला दर्ज कर घटना की जांच शुरू कर दी है.
सादो के पिता व भाइयों पर है बिजली मिस्त्री की हत्या का आरोप : ग्रामीण मुंडा ने बताया कि 20 फरवरी को गालूबासा में लोहे का एंगल चोरी करते समय बिजली मिस्त्री रांदो ने सादो लोहार के पिता व भाइयों को देख लिया था. इसके बाद सादो के पिता दुनू लोहार व भाई दिरजा लोहार, मोटू उर्फ गोमेया लोहार, डोबरो लोहार ने मिलकर रांदो की पत्थर से कूचकर हत्या कर दी तथा नोवामुंडी भाग गये थे.
िबजली मिस्त्री की हत्यारोपी दुनू अभी भी है फरार : पुलिस ने नोवामुंडी से दिरजा, मोटू व डोबरो को गिरफ्तार कर लिया था, जबकि दुनू फरार है. घटना के बाद सादो भी पत्नी व बच्ची के साथ नोवामुंडी में रह रहा था. सोमवार को सादो अपनी पत्नी व बच्ची के साथ नोवामुंडी से गालूबासा के लिए निकला था. लेकिन सभी की लाशें रेलवे ट्रैक पर पड़ी मिलीं. मुंडा ने कहा कि बुधवार को पोस्टमॉटर्म होने के बाद शवों को ले जाकर पुलिस की उपस्थिति में ही दफनाया जायेगा.
हत्या कर शव फेंका : रिश्तेदार
घटना की जानकारी मिलने के बाद मृतक सादो के रिश्तेदार सदर अस्पताल पहुंचे. रिश्तेदारों ने भी शवों को देखकर उनकी पहचान की. रिश्तेदारों ने बताया कि सादो कुछ दिनों से अपने परिवार के साथ नोवामुंडी में अपनी दीदी के घर में रह रहा था. कहा कि सादो, उसकी पत्नी व बच्ची ने ट्रेन से कटकर आत्महत्या नहीं की, बल्कि उनकी हत्या कर साक्ष्य छुपाने के लिए शवों को रेलवे ट्रैक पर फेंक दिया गया है. उधर पुलिस का कहना है कि मृतक दंपती ने ट्रेन से कटकर आत्महत्या की है.