चाईबासा : मंझारी थाना क्षेत्र के झेंझेड़ा चौक पर स्थित रोहित बिरूवा के होटल में शनिवार शाम 6 बजे आग लग गयी.आग के चपेट में आने से रोहित की पत्नी सोमबारी कुई (28), डेढ़ साल का बेटा राज बिरूवा, उसका भाई जकशन बिरूवा (11) और होटल के कारीगर जोरी भुइयां (45) मारे गये. जबकि होटल का सामान बचाने में लगे रोहित बिरूवा और उसके पिता नारायण बिरूवा घायल हो गयेे. उधर, घटना की जानकारी करीब एक घंटे बाद स्थानीय लोगों को मिल पायी. उनकी मदद से आग पर काबू पाने की कोशिश की गयी.
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होटल में लगी आग, दो बच्चों समेत चार की जल कर मौत
चाईबासा : मंझारी थाना क्षेत्र के झेंझेड़ा चौक पर स्थित रोहित बिरूवा के होटल में शनिवार शाम 6 बजे आग लग गयी.आग के चपेट में आने से रोहित की पत्नी सोमबारी कुई (28), डेढ़ साल का बेटा राज बिरूवा, उसका भाई जकशन बिरूवा (11) और होटल के कारीगर जोरी भुइयां (45) मारे गये. जबकि होटल […]
कैसे हुई घटना : शनिवार की शाम 6 बजे रोहित बिरूवा के होटल का कारीगर जोरी भुईयां पकौड़ी छान रहा था. इसी दौरान तेज आंधी शुरू हो गयी. इससे चूल्हे से निकली चिंगारी ने पुआल से बनी होटल को अपनी चपेट में ले लिया. होटल का छत फूस का था, लेकिन दीवारें मिट्टी की. होटल में उस समय खाने-पीने का काफी सामान रखा था. फूस की छत में आग पकड़ा देख रोहित बिरूवा, उसके पिता, पत्नी, बेटा, भाई और कारीगर जल्दीबाजी में होटल के भीतर रखे सामानों को निकालने में लगे गये.
इसी दौरान होटल का छत ढ़ह गया. जिसके कारण रोहित की पत्नी, बच्चा, भाई व कारीगर अंदर ही फंस कर रह गये. तेज आग की लपटों में वे पूरी तरह जल गये. छत गिरने के दौरान रोहित व उसके पिता भी होटल के अंदर ही थे, लेकिन दोनों ने किसी तरह भाग कर अपनी जान बचायी.
होटल से आधे किलोमीटर दूर थी जनबस्ती : झेंझेड़ा चौक की जिस स्थान पर यह होटल है, उससे लगभग आधे किलोमीटर दूर पर जनबस्ती के तौर पर जोड़ापोखर व पींडरीसिंदर स्थित है. घटना के समय होटल में रोहित के परिवार वालों के अलावा कोई नहीं था. होटल में आने-जाने का एक ही प्रवेश द्वारा था. आग भी प्रवेश द्वारा की ओर से लगी थी. जिससे होटल के अंदर फंसे चारों लोग आग की लपटों से घिरे छत के गिरने पर बाहर नहीं निकल सके.
फूस की थी होटल की छत और दीवार मिट्टी की
चिंगारी से लगी आग से तुरंत ही पूरे छत में लगी
सामान निकाल रहे लोगों पर ही गिर गया छत, चार लोगों की जलकर मौत
साढ़े तीन घंटे बाद भी नहीं पहुंची पुलिस व दमकल
घटनास्थल मंझारी थाने से मात्र आठ किलोमीटर की दूरी है. लेकिन घटना के साढ़े तीन घंटे बाद रात 9:30 बजे तक पुलिस घटनास्थल नहीं पहुंची थी. उधर, लगभग रात 8.30 बजे घटना की जानकारी पाने के बाद चाईबासा से 33 किलोमीटर दूर घटनास्थल के लिये फायरब्रिगेड की टीम रवाना हो गयी थी. हालांकि घटना की जानकारी होने पर पास के गांव के लोग मदद के लिये घटनास्थल पहुंच गये थे.
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