खूंटपानी : दिनभर सुरक्षा घेरे में रहा बिंदीबासा
कोल्हान को अलग देश घोषित करने के लिए रामो बिरुवा ने की थी सभा करने की घोषणा
कोल्हान गवर्नमेंट ई-स्टेट का फहरने वाला था झंडा
कार्यक्रम स्थल के पास फटक नहीं सके आयोजक धरी रह गयीं सारी तैयारियां
चाईबासा : कोल्हान को अलग देश घोषित करने करने के मकसद से खूंटपानी के बिंदीबासा में सोमवार को सभा आयोजित करने की रामो बिरुवा की योजना पर प्रशासन ने पानी फेर दिया. बिंदीबासा के चारों ओर से पुलिस की चौकस घेराबंदी के कारण रामो व उसके समर्थक कार्यक्रम स्थल के आसपास भी नहीं फटक सके.
बिंदीबासा गांव में प्रवेश करने के हर रास्ते पर पुलिस का सख्त पहरा था, जिसके कारण घरों से भी एक दो लोग ही बाहर निकलते दिखे. गांव से गुजरनेवाले और गांव में आनेवाले हर शख्स से पुलिस उसका पूरा बायोडाटा ले रही थी. कार्यक्रम स्थल पर रामो बिरुवा के समर्थकों द्वारा खाना बनाने के लिए एकत्र की गयी लकड़ियां जस की तस रखी रह गयीं.
उल्लेखनीय है कि पूर्व प्रशासनिक अधिकारी रामो बिरुवा व उसके समर्थकों ने 18 दिसंबर को खूंटपानी के बिंदीबासा में कोल्हान को अलग देश घोषित करने की योजना बनायी थी. इस कार्यक्रम को कोल्हान गवर्नमेंट ई-स्टेट के 20वां वार्षिक रक्तहीन वापसी दिवस नाम दिया गया था. तय कार्यक्रम के अनुसार कोल्हान गवर्नमेंट ई-स्टेट का झंडा फहराया जाना था. इसके बाद रामो बिरुवा द्वारा बहाल किये गये मानकी-मुंडा के पास टैक्स जमा करने का फरमान जारी होने वाला था. कार्यक्रम की समाप्ति के बाद वृहत भोज का भी आयोजन होना था. ये सभी कार्यक्रम पुलिस की मुस्तैदी से विफल हो गये.
घरों में नहीं थे पुरुष स्कूल में लटका था ताला
चाईबासा. खूंटपानी प्रखंड के बड़े गांवों में से एक बिंदीबासा में आम दोनों में काफी चहल-पहल रहती है लेकिन सोमवार को सन्नाटा पसरा रहा. लोग धूप सेंकने के लिए भी बाहर नहीं निकले.
गांव के अधिकतर घरों के पुरुष कहीं चले गये थे. घरों के अंदर महिलाएं गुपचुप तरीके से रामो बिरूवा के प्रस्तावित कार्यक्रम और मौके पर मौजूद पुलिस की चर्चा कर रही थीं. हालांकि, इस संबंध में पूछे जाने पर महिलाओं ने अनभिज्ञता जाहिर की. गांव के अंदर जाने वाली हर गलियां