चाईबासा : मंझारी थाना अंतर्गत चीमीसाई गांव में गुरुवार सुबह करीब छह बजे खलिहान साफ करने गये अधेड़ दंपती पर जंगली हाथी ने हमला कर दिया जिसमें पत्नी की मौत हो गयी जबकि पति घायल हो गया. जोंगा सिरका (57) को हाथी ने दांत से कुचलकर मार डाला, वहीं उसके पति चंद्रमोहन सिरका ने अपनी […]
चाईबासा : मंझारी थाना अंतर्गत चीमीसाई गांव में गुरुवार सुबह करीब छह बजे खलिहान साफ करने गये अधेड़ दंपती पर जंगली हाथी ने हमला कर दिया जिसमें पत्नी की मौत हो गयी जबकि पति घायल हो गया. जोंगा सिरका (57) को हाथी ने दांत से कुचलकर मार डाला, वहीं उसके पति चंद्रमोहन सिरका ने अपनी सांस रोक ली जिससे हाथी ने उसे मृत समझकर छोड़ दिया. जानकारी के अनुसार पति-पत्नी खलिहान साफ कर रहे थे, तभी पास की झाड़ी की ओर से एक दंतैल हाथी आया और जोंगा को सूंड़ से पकड़ने के बाद दांत से कुचल दिया, जिससे कुछ ही देर में उसकी मौत हो गयी. जोंगा के बाद हाथी ने चंद्रमोहन सिरका पर हमला किया.
चंद्रमोहन भागने के दौरान खेत में गिर गया. इसके बाद हाथी ने उसे लात मारकर घायल कर दिया. खेत में गिरा चंद्रमोहन चुपचाप वहीं मृत सा पड़ा रह गया, जिसके बाद हाथी उसे छोड़कर चला गया. वहां से निकलने के बाद हाथी ने आगे कुछ दूरी पर रास्ते से जा रहे दो व्यक्तियों को भी दौड़ाया. हाथी के दूर जाने पर चंद्रमोहन सिरका किसी तरह उठा और भागकर घर पहुंचा. उसकी गर्दन और कमर में हल्की चोट लगी है. घटना के बाद मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने तांतनगर ओपी पुलिस को जानकारी दी.
पुलिस ने मृतका जोंगा सिरका का शव का पंचानामा कर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया. घटना की जानकारी मिलते ही झामुमो नेता सुनील सिरका के अलावा आदिवासी भारतीय क्रांतिकारी आदिवासी महासभा के जिला अध्यक्ष माधव चंद्र कुंकल समेत काफी संख्या में लोग पहुंचे थे.
वन विभाग ने दिये 10 हजार रुपये
ग्रामीणों ने घटना की जानकारी वन विभाग को भी दी. चाईबासा रेंज के वन पदाधिकारी की ओर से मृतका के आश्रितों को दाह-संस्कार के लिए तत्काल 10 हजार रुपये दिये गये. वहीं, प्रखंड विकास पदाधिकारी के आदेश पर गांव के राशन डीलर धीरेंद्र सिरका ने मृतका के आश्रितों को तत्काल 50 किलो चावल उपलब्ध कराया. वनपाल हरिकृष्ण केराई ने चाईबासा पोस्टमार्टम हाउस के पास नगद 10 हजार रुपये लाकर दिया. उन्होंने बताया कि सरकार की ओर से मिलने वाली तीन लाख रुपये की राशि सभी प्रक्रिया पूरी होने के बाद मिलेगी. उन्होंने यह भी बताया कि पहले सरकार की ओर से जंगली हाथियों के कुचलकर मारने पर मृतक के आश्रितों को ढाई लाख रुपये दिये जाते थे, लेकिन अब यह राशि बढ़ाकर तीन लाख रुपये कर दी गयी है.
हाथी को भागने के लिए पहुंची टीम
जंगली हाथियों को भगाने के लिए वन विभाग की ओर से बंगाल से सात सदस्यीय टीम बुलायी गयी है. टीम द्वारा उक्त क्षेत्रों में विचरण कर रहे हाथियों के झुंड को ओड़िशा की ओर भगाया जा रहा है. वनपाल केराई ने बताया कि बुधवार रात को टीम ने सीनी जंगल तक हाथियों को पहुंचाया है. गुरुवार रात को सीनी जंगल से ओड़िशा की तरफ भगाया जायेगा.
झुंड से बिछड़ गया है दंतैल हाथी
ग्रामीणों ने बताया कि पिछले दो सप्ताह से क्षेत्र में जंगली हाथियों का झुंड विचरण कर रहा है, इसमें कुछ बच्चे भी हैं. हाथियों का झुंड दिन में दड़िमा जंगल में रहता है. रात होते ही हाथी जंगल से निकलकर खेतों में लहलहा रहे तैयार धान को खाकर बर्बाद कर रहे हैं. ग्रामीणों ने बताया कि महिला को कुचलकर मारने वाला दंतैल हाथी झुंड से बिछुड़ गया है और अकेला ही विचरण कर रहा है.