चाईबासा : टेबो थाना क्षेत्र के हलमत गांव से माओवादी जीवन कांडूलना व उसके दस्ते द्वारा पीट-पीट कर हत्या किये गये सोमा पूर्ति व गालू पूर्ति के शव को पुलिस ने गुरुवार को क्षेत्र से बरामद कर लिया है. जबकि और छह लोग माओवादियों की पिटाई से गंभीर तौर पर घायल हो गये. जो अपने स्तर से विभिन्न जगहों पर अपना इलाज करा रहे है. पुलिस ने इस संबंध में एक मामला दर्ज कर माओवादी जीवन कांडूलना समेत उसके दस्ते के अन्य लोगों को आरोपी बनाया है.
Advertisement
टेबो में माआेवादियों ने की दो की हत्या
चाईबासा : टेबो थाना क्षेत्र के हलमत गांव से माओवादी जीवन कांडूलना व उसके दस्ते द्वारा पीट-पीट कर हत्या किये गये सोमा पूर्ति व गालू पूर्ति के शव को पुलिस ने गुरुवार को क्षेत्र से बरामद कर लिया है. जबकि और छह लोग माओवादियों की पिटाई से गंभीर तौर पर घायल हो गये. जो अपने […]
नक्सलियों के डर से ग्रामीणों ने दफना दिया था शव को: टेबो पुलिस ने हलमत गांव से नौ दिनों के बाद दो व्यक्ति गोलू पुरती एवं सोमा पुरती का शव बरामद किया है. गुरुवार को अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सकलदेव राम के नेतृत्व में दोनों शव का अनुमंडल अस्पताल चक्रधरपुर स्थित पोस्टमार्टम हाउस में अंत्यपरीक्षण कराया गया.
जानकारी के मुताबिक, 22 अगस्त को करीब 10 की संख्या में पहंचे नक्सलियों ने सुबह करीब सात बजे हलमत गांव निवासी 50 वर्षीय गोलू पुरती व 18 वर्षीय सोमा पुरती को घर से बुला कर ले गये. घर से कुछ ही दूरी पर घने जंगल में गोलू पुरती व सोमा पुरती की नक्सलियों ने लाठी डंडा से पीट कर हत्या कर दी. घटना स्थल से नक्सलियों के जाते ही ग्रामीणों ने दोनों शव को जंगल में दफना दिया. नक्सलियों ने इस घटना की जानकारी पुलिस को नहीं देने का फरमान जारी किया था. सूचना देने पर गांव के सभी लोगों को मौत की घाट उतारने की धमकी दी गयी थी. ग्रामीणों ने भय वश नक्सलियों के फरमान को मानते हुए दोनों Â बाकी पेज 15 पर
के शव को दफना दिया था. दोनों मृतक रिश्ते में चाचा भतीजा थे. 30 अगस्त को इस घटना की सूचना पुलिस को मिली. इसके बाद गुरुवार की सुबह पुलिस घटना स्थल पर पहुंची एवं बंदगांव प्रखंड विकास पदाधिकारी की मौजूदगी में दोनों शव को बाहर निकाला गया. देर शाम ग्रामीणों की मदद से शव को अनुमंडल अस्पताल लाकर अंत्यपरीक्षण कराया गया.
नक्सलियों के भय से मृतक सोमा पुरती का परिवार गांव छोड़ा, गालू पुरती का परिवार दहशत में:
नक्सलियों द्वारा सोमा पुरती की हत्या कर देने के बाद उसका परिवार 22 अगस्त को हलमत गांव छोड़ कर भाग गया है. जबकि गोलू पुरती का परिवार दहशत में है. इस घटना के बाद हलमत गांव के ग्रामीण दहशत में आ गये हैं. मृतक के पुत्र ने कहा कि पिता व चचेरे भाई को करीब 10 लोग घर से बुला कर ले गये और बेरहमी से हत्या कर दी. नक्सलियों के गांव से जाने के बाद उसी दिन भाई व पिता के शव को दफना दिया गया था.
हत्या होने की गुप्त सूचना मिली थी : सकलदेव राम
अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सकल देव राम ने कहा कि घटना की खबर गुप्त रूप से मिली थी. पुलिस ने घटना को संज्ञान में लेते हुए कार्रवाई शुरू की. हलमत गांव के दो व्यक्ति गोलू पुरती व सोमा पुरती के शव को बरामद किया गया है. अनुसंधान कर आगे की कार्रवाई की जायेगी.
नक्सली समर्थक की भतीजी को भगाने पर हुआ था विवाद
पुलिस की प्राथमिक जांच में जो बातें सामने आयी है, उसके मुताबिक हलमत में रहने वाले नक्सली समर्थक दुखन बोदरा के बड़े भाई की बेटी मसुरी बोदरा को सोमा पूर्ति भगा ले गया था. जिसके कारण विवाद उत्पन्न हो गया.
जीवन कांडूलना के समर्थक दुखन बोदरा की भतीजी को भगाने की घटना को लेकर गांव पहुंचे थे. इन्होंने ही घटना को अंजाम दिया है. माओवादी दस्ते की संख्या बढ़ाने के लिए गांव-गांव में बैठक कर दहशत फैला रहे हैं.
अनीश गुप्ता, एसपी पश्चिम सिंहभूम
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement