सिमडेगा. जिला विधिक सेवा प्राधिकार ने मंगलवार को पारा लीगल वोलेंटियर के लिए डालसा कार्यालय में बैठक सह प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया. अध्यक्षता प्राधिकार की सचिव मरियम हेमरोम ने की. मौके पर पीएलवी के कार्यों, उपलब्धियों समेत विभिन्न गतिविधियों की समीक्षा की गयी. सचिव मरियम हेमरोम ने सभी पीएलवी को संबोधित करते हुए कहा कि वह आम जनता और न्याय व्यवस्था के बीच महत्वपूर्ण कड़ी हैं. इसलिए उनका अपने-अपने क्षेत्रों में नियमित रह कर लोगों की समस्याओं को सुनना और उन्हें सही विधिक सहायता उपलब्ध कराना आवश्यक है. उन्होंने निर्देश दिया कि प्रत्येक पीएलवी अपने प्रतिनियुक्त स्थान, थाना, लीगल एड क्लिनिक, लीगल लिटरेसी क्लब, पंचायत सचिवालय आदि स्थानों पर निर्धारित दिनों को बैठें और जरूरतमंदों की सहायता सुनिश्चित करें. कहा कि विधिक सेवा प्राधिकार का उद्देश्य है कि समाज के अंतिम व्यक्ति तक न्याय सुलभ हो. इसके लिए पीएलवी को चाहिए कि वह कमजोर, वंचित व असहाय वर्गों की पहचान कर उन्हें निःशुल्क कानूनी सहायता और सलाह उपलब्ध करायें. सचिव ने सभी को सक्रियता व संवेदनशीलता के साथ कार्य करने की नसीहत दी. सचिव ने बताया कि 10 दिसंबर को मानवाधिकार दिवस के अवसर पर क्षेत्र में जागरूकता शिविर लगाया जायें. इन शिविरों में लोगों को उनके मौलिक अधिकारों और कानूनी सहायता की उपलब्धता के बारे में जानकारी दें. साथ ही 21 दिसंबर को प्रस्तावित मेगा इंपावरमेंट कैंप के प्रचार-प्रसार को तेज करने का निर्देश दिया. कार्यशाला में चीफ एलएडीसीएस प्रभात कुमार श्रीवास्तव ने भी पीएलवी को प्रशिक्षित किया. उन्होंने विभिन्न कानूनी प्रावधानों, नालसा-झालसा के दिशा निर्देशों तथा मामलों के संकलन, रिपोर्टिंग और त्वरित सहायता से संबंधित बिंदुओं पर जानकारी दी. उन्होंने कहा कि समय पर सही दिशा-निर्देश मिलने से जरूरतमंदों की बड़ी समस्याएं भी आसानी से सुलझायी जा सकती है. बैठक में जिले के सभी पीएलवी उपस्थित थे.
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