सिमडेगा. केरसई प्रखंड के रेंगारटोली बासेन में गोंडवाना आदिवासी कल्याण एवं विकास मंच के तत्वावधान में आयोजित 17वें गोंडवाना शेर शहीद वीर नारायण सिंह स्मारक बालक-बालिका खेल महोत्सव का समापन किया गया. फाइनल मैच की शुरुआत अतिथियों ने खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त कर किया. जूनियर वर्ग के मैच में कोनसकेली की टीम विजेता हुई. वहीं सीनियर वर्ग में वीर नारायण सिंह चौक की टीम चैंपियन बनी. फाइनल मुकाबले के बाद मंचीय कार्यक्रम की शुरुआत पाहनों ने देवी-देवताओं की पूजा अर्चना कर की. अतिथियों का स्वागत विकास मंच के अध्यक्ष रामचंद्र मांझी ने किया. मुख्य अतिथि प्रफुल चंद्र बेसरा ने कहा कि गोंड समाज अपने बुजुर्गों व बड़ों का आदर सम्मान करना अच्छी तरह से जानता है. आज भी गोंड समुदाय अपने सभी कार्यक्रमों की शुरुआत अपने पूर्वजों व वरिष्ठों को याद करते हुए करते हैं. उन्होंने कहा कि समाज के युवा एकजुट रहेंगे, तभी समाज का विकास होगा. केशव किशोर प्रधान ने कहा कि गोंड समुदाय वर्ष में कई बार अनेक प्रकार के सामाजिक आयोजन करता और युवाओं को दिशा-निर्देशित करते रहता है. श्याम किशोर ने कहा कि सामाजिक आयोजन का उद्देश्य समाज के लोगों में चेतना जगाने के लिए है. केरसई प्रखंड के प्रमुख तरण भोय, खिंडा मुखिया जागेश्वर प्रधान, बासेन मुखिया सत्या देवी, सोमलाल बेसरा, जोगेंद्र मांझी, गजेंद्र मांझी, भुनेश्वर बेसरा, हीरधर मांझी, पूर्व प्रमुख माधुरी देवी ने भी अपनी विचार रखें. कार्यक्रम में समाज के 20 युवाओं को अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया गया. मौके पर चापाबारी गोटुल केंद्र, बागडेगा नवाटोली, सागजोर गोटुल केंद्र, गोंडवाना लॉज सलडेगा और गोंडवाना विकास विद्यालय के विद्यार्थियों ने कई सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर दर्शकों का मन मोह लिया. मौके पर विजेता व उपविजेता टीम को कैश प्राइज देकर सम्मानित किया गया. अनुशासित टीम का पुरस्कार फरसापानी को दिया गया. कार्यक्रम को सफल बनाने में जयनंदन मांझी, भुनेश्वर बेसरा, शिवप्रताप मांझी, त्रिभुवन भोय, नंद किशोर भोय, किशोर भोय, प्रमोद मांझी, अनुज बेसरा, रघुनाथ मांझी, राजू मांझी, नीलंबर बेसरा, भूपेंद्र मांझी आदि का महत्वपूर्ण योगदान रहा.
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