सिमडेगा. जिला विधिक सेवा प्राधिकार के तत्वाधान में विश्व एड्स दिवस पर सोमवार को एएनएम प्रशिक्षण केंद्र में विधिक जागरूकता शिविर लगाया गया. कार्यक्रम में एड्स की रोकथाम, संक्रमण से बचाव, सावधानियां और उपलब्ध स्वास्थ्य सेवाओं के बारे में जानकारी दी गयी. वक्ताओं ने बताया कि विश्व एड्स दिवस हमारे समाज में जागरूकता व संवेदनशीलता बढ़ाने का अवसर प्रदान करता है. एएनएम स्कूल की अध्यापिका ने प्रतिभागियों को एड्स व एचआइवी से संबंधित संपूर्ण जानकारी उपलब्ध कराते हुए कहा कि एचआइवी कोई अभिशाप नहीं, यह एक चिकित्सा स्थिति है. आज उपचार व दवाइयों की उपलब्धता ने संक्रमित व्यक्तियों को सामान्य जीवन जीने में सक्षम बनाया है. जरूरत है समय पर जांच, सही जानकारी और भेदभाव से दूर रहने की. उन्होंने सुरक्षित व्यवहार अपनाने, सुई-सीरिंज साझा न करने, सुरक्षित यौन संबंध रखने और रक्त संक्रमण से पहले जांच की अनिवार्यता पर विशेष जोर दिया. एएनएम की छात्राओं ने भी पोस्टर व स्लोगन के माध्यम से एड्स के खिलाफ संदेश दिये. जिला विधिक सेवा प्राधिकार के प्रतिनिधियों ने बताया कि एड्स के मामले में कानूनी अधिकारों व गोपनीयता की सुरक्षा अत्यंत महत्वपूर्ण है. कहा कि एचआइवी संक्रमित व्यक्ति को सम्मान व बराबरी का अधिकार है. किसी तरह का भेदभाव या अपमान कानूनन अपराध है. जिला विधिक सेवा प्राधिकार जरूरतमंदों को निःशुल्क कानूनी सहायता उपलब्ध कराता है. कार्यक्रम में दीपक कुमार, पुनिता कुमारी, सोनिया टोप्पो, कुशल गुड़िया, गोवर्धन ठाकुर, योगेंद्र पंडा आदि उपस्थित थे. इधर, जिले के विभिन्न लीगल एड क्लिनिक और स्वास्थ्य केंद्र और उपकेंद्रों में भी एड्स दिवस पर विधिक शिविर लगाया गया, जिसमें लोगों को एड्स से बचाव की जानकारी दी गयी.
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