सिमडेगा. जिले के खड़िया समाज के लोगों में सोमवार को हेमंत सरकार के खिलाफ गुस्सा देखने को मिला. खड़िया बहुल जिला होने के बावजूद जिले में खड़िया समाज को शून्य दिखलाया गया है. शिक्षक बहाली में खड़िया समाज के लोगों को कोई लाभ नहीं मिल रहा है. शिक्षक बहाली में अन्य भाषाओं को स्थान दिया गया है. जबकि खड़िया भाषा को शिक्षक बहाली में शामिल नहीं किया गया है. इसको लेकर खड़िया समाज के लोग सोमवार को सड़क पर उतरे. उन्होंने वीर बुधु भगत चौक से रैली निकाली गयी. रैली में शामिल खड़िया समाज के लोग झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, शिक्षा मंत्री के अलावा सिमडेगा जिले के दोनों विधायक भूषण बाड़ा व विक्सल कोंगाड़ी का पुतला लेकर झूलन सिंह चौक पहुंचे. झूलन सिंह चौक पर सरकार विरोधी जम कर नारेबाजी की. इसके बाद मुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री समेत दोनों विधायकों का पुतला दहन किया गया. समाज के लोगो ने कहा कि सिर्फ वोट के समय दोनों विधायकों को खड़िया समाज की याद आती है. वोट लेने के बाद में खड़िया समाज को भूल जाते हैं, जबकि सिमडेगा खड़िया बहुल जिला है. आने वाले दिनों में अगर खड़िया भाषा को प्राथमिकता नहीं मिलती है, तो वे लोग इसका जवाब देंगे. वक्ताओं ने कहा कि सरकार को हर हाल में शिक्षक बहाली में खड़िया भाषा को शामिल करना होगा. ऐसा नहीं होता है, तो आने वाले दिनों में और उग्र आंदोलन किया जायेगा. कार्यक्रम में समाज के सोहोर पी कुलकांत, सुमन कुल्लू, अहलाद केरकेट्टा, निकोलसन किड़ो, सुनीता डुंगडुंग, किरण कुल्लू, मोनिका विलुंग, नवीन डुंगडुंग, दुष्यंत डुंगडुंग, ब्रिसयुस खेस समेत समाज के छात्र-छात्राओं के अलावा अन्य लोग शामिल थे.
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