सिमडेगा. उपायुक्त कंचन सिंह ने परिसदन भवन व केलाघाघ पर्यटन स्थल का निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान उन्होंने परिसदन भवन परिसर की साफ-सफाई व्यवस्था पर जोर देते हुए संबंधित अधिकारियों को तुरंत व्यवस्था सुधारने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि जिले में पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए सरकारी परिसरों व पर्यटक स्थलों की स्वच्छता की सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए. इसके बाद उपायुक्त ने केलाघाघ डैम व आसपास के पर्यटन क्षेत्रों का निरीक्षण किया. उन्होंने कहा कि केलाघाघ सिमडेगा का प्रमुख प्राकृतिक धरोहर है. इसे विकसित कर जिले को पर्यटन मानचित्र पर नयी पहचान दिलायी जा सकती है. केलाघाघ पर्यटन क्षेत्र में उल्लेखनीय विकास संभव है. निरीक्षण के दौरान उन्होंने पर्यटकों की सुविधा बढ़ाने के लिए समग्र कार्य योजना तैयार करने को कहा. साथ ही कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए. उन्होंने पर्यटन क्लब के माध्यम से नियमित सफाई सुनिश्चित करने, पार्किंग व्यवस्था विकसित करने, स्पष्ट साइन बोर्ड लगाने, ट्रैकिंग रूट निर्धारित करने, वाहनों से निर्धारित शुल्क वसूली की प्रणाली लागू करने तथा पेयजल की समुचित व्यवस्था करने का निर्देश दिया. उपायुक्त ने डैम की प्राकृतिक सुंदरता व शांत वातावरण की सराहना की. उन्होंने कहा कि डैम के किनारों पर उगी झाड़ियों को जन सहभागिता के माध्यम से साफ कराया जाये, ताकि स्थल को आकर्षक रूप दिया जा सके. इसके अलावा उन्होंने बोट परिचालन की व्यवस्था विकसित करने के निर्देश देते हुए कहा कि सही योजना और प्रबंधन से केलाघाघ को एक प्रमुख पर्यटन केंद्र बनाया जा सकता है. इस दौरान उपायुक्त समेत अन्य पदाधिकारियों ने नौका विहार भी किया. निरीक्षण के दौरान अपर समाहर्ता श्री ज्ञानेंद्र, नजारत उप समाहर्ता सह सदर बीडीओ समीर रेनियर खलखो, शिक्षा अधीक्षक दीपक राम, नगर प्रशासक, केलाघाघ मत्स्यजीवी समिति के सदस्य समेत अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे.
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