सिमडेगा. विश्व मानवाधिकार दिवस पर झालसा के निर्देशानुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकार ने बुधवार को जिले के विभिन्न लिट्रेसी क्लबों व स्कूलों में जागरूकता शिविर लगाया गया. इस क्रम में जिला मुख्यालय स्थित कॉलेज मोड़ स्थित जीनियस पब्लिक हाई स्कूल में विधिक जागरूकता शिविर आयोजित किया गया. शिविर में मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित चीफ एलएडीसीएस प्रभात कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि मानवाधिकार हर नागरिक का जन्मसिद्ध अधिकार और उसकी गरिमा की नींव है. उन्होंने कहा कि इन अधिकारों का संरक्षण समाज व राष्ट्र को मजबूत बनाता है. श्रीवास्तव ने शिक्षकों व विद्यार्थियों को मानवाधिकारों के प्रकार, महत्व समेत उनके संवैधानिक दायरे के बारे में जानकारी दी. उन्होंने बताया कि किसी तरह के अन्याय, हिंसा, शोषण या भेदभाव की स्थिति में कानून पीड़ितों को सुरक्षा देता है. डालसा जरूरतमंदों को निशुल्क कानूनी सहायता प्रदान करता है और लोक अदालत, मध्यस्थता जैसे माध्यमों से सुलभ, सस्ती और त्वरित न्याय दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. शिविर के दौरान विद्यार्थियों ने मानवाधिकार, बाल अधिकार,महिला सुरक्षा और कानूनी सहायता से जुड़े कई सवाल पूछे. जिनका उत्तर प्रभात कुमार श्रीवास्तव ने सरल शब्दों में दिया. कार्यक्रम में विद्यालय के प्रधानाध्यापक सगीर हुसैन ने आगंतुकों का स्वागत करते हुए कार्यक्रम आयोजन के लिए डालसा का आभार जताया. कार्यक्रम में पीएलवी एस सरफराज, सुरजीत प्रसाद, पुरुषोतम दास, विद्यावती मांझी, नमिता तिर्की, करुणा लकड़ा, मुस्कान प्रवीण, सीमा लकड़ा, मंतशा परवीन समेत शिक्षक, प्रबंधन समिति के सदस्य और बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित थे. इसके अलावा जिले के अन्य संस्थानों बालिका आवासीय विद्यालय पाकरटांड़ में पीएलवी अनिता देवी व बालचंद नायक, उत्क्रमित उवि केरसई में पीएलवी उपेंद्र कुमार व विष्णु प्रसाद तथा कस्तूरबा विद्यालय कुरडेग में पीएलवी जगेश्वर भोय और राधिका कुमारी द्वारा भी जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन कर छात्राओं को जानकारी दी गयी.
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