सरायकेला.
सरायकेला टाउन हॉल में शुक्रवार को पंचायत उन्नति सूचकांक पर जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया. कार्यशाला का उद्देश्य ग्राम पंचायतों में प्रदर्शन आधारित शासन को बढ़ावा देना व स्थानीय शासन को सतत विकास लक्ष्यों के अनुरूप सशक्त बनाना है. कार्यशाला का उद्घाटन मुख्य अतिथि के रूप में जिला परिषद अध्यक्ष सोनाराम बोदरा व डीडीसी रीना हांसदा ने किया. श्री बोदरा ने कहा कि पंचायतों के समग्र विकास के लिए सभी का सहयोग आवश्यक है, ताकि जिले की अधिकाधिक पंचायतें “उन्नत पंचायत” के रूप में विकसित हो सके. साथ ही स्वास्थ्य, शिक्षा, पेयजल व सामाजिक सुरक्षा के क्षेत्र में संचालित योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन हो सके.पंचायत उन्नति सूचकांक पंचायतों के लिए एक मार्गदर्शक उपकरण
डीडीसी रीना हांसदा ने कहा कि पंचायत उन्नति सूचकांक पंचायतों के लिए एक मार्गदर्शक उपकरण है, जिसके माध्यम से प्रत्येक ग्राम पंचायत अपनी उपलब्धियों व चुनौतियों की पहचान कर बेहतर योजनाओं और नीतियों से अपनी रैंकिंग में सुधार कर सकती है. मौके पर प्रभारी परियोजना प्रबंधक व राज्य स्तरीय मास्टर ट्रेनर आदित्य रंजन, रंजीत आचार्य व सरस्वती टुडू ने सूचकांक के मापदंडों व मूल्यांकन पद्धति की जानकारी दी. साथ ही पंचायतों के प्रदर्शन में सुधार के लिए सुझाव दिया.
पुस्तिका का विमोचन
इस दौरान अतिथियों ने पंचायत उन्नति सूचकांक पुस्तिका का विमोचन किया और हस्ताक्षर अभियान की औपचारिक शुरुआत की गयी. मौके पर निदेशक डीआरीडए डॉ अजय तिर्की, एडीसी जयवर्धन कुमार, चांडिल एसडीओ विकास कुमार राय, डीपीआरओ सुरेंद्र उरांव, सरायकेला सीओ हिम्मत लाल महतो, खरसावां बीडीओ प्रधान मांझी, सीओ कैप्तान सिंकु, राजनगर के मलय कुमार, सीडीपीओ दुर्गेश नंदनी सहित कई पदाधिकारी उपस्थित थे.
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