सरायकेला/ खरसावां.
सरायकेला जिला में श्रावण पूर्णिमा पर शनिवार को घरों में गोम्हा पर्व मनाया गया. यह पर्व भगवान श्रीकृष्ण के बड़े भाई प्रभु बलराम के जन्मदिन पर मनाया जाता है. ओड़िया समुदाय अपने घर की दीवारों पर प्रभु बलराम का चित्र बनाकर पूजा की. इसके बाद भोग लगा कर लोगों के बीच प्रसाद वितरण किया. जिला के अधिकतर ओड़िया परिवारों ने इस परंपरा को निभायी. कृषि से संबंधित पर्व है गोम्हा : गोम्हा पर्व कृषि से संबंधित पर्व है. दीवारों पर प्रभु बलराम के चित्र के साथ कृषि से जुड़े बैल, गाय, बछड़ा व हल का चित्र भी उकेरा जाता है. इसके साथ ही पारंपरिक ओड़िया पकवान मंडा, काकरा, मालपुआ का पीठा बनाकर भोग स्वरूप चढ़ाया जाता है. गोम्हा पूर्णिमा के दूसरे दिन खाने-पीने का उत्सव होता है. इस दिन जिले के हर घर में विशेष पकवान बनता है.हरिभंजा जगन्नाथ मंदिर में बलदेव का जन्मोत्सव मना
श्रावण पूर्णिमा (गोम्हा पूर्णिमा) पर खरसावां के हरिभंजा स्थित जगन्नाथ मंदिर में बलदेव जन्मोत्सव मनाया गया. सुबह में सूर्य की पूजा हुई. इसके बाद पारंपरिक उलुध्वनि, शंख ध्वनि के साथ प्रभु बलराम की पूजा की गयी. इस दौरान जगन्नाथ, बलभद्र व देवी सुभद्रा की प्रतिमा का शृंगार किया गया. आरती के बाद प्रसाद चढ़ाया गया.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

