खरसावां. सरायकेला-खरसावां जिले के दलभंगा ओपी (कुचाई) क्षेत्र में पुलिस ने छापेमारी पर करीब 280 मवेशियों (बैलों) बरामद किया है. बरामद किये गये पशुओं का बाजार मूल्य करीब एक करोड़ बताया जा रहा है. पुलिस की इस कार्रवाई से पशु तस्करों में भय का माहौल है. गुप्त सूचना पर दलभंगा ओपी पुलिस ने यह कार्रवाई की है. कुचाई के सियाडीह-तरम्बा क्षेत्र से इन मवेशियों को बरामद किया गया है. हालांकि, प्रशासन की ओर से अबतक इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की गयी है.
पशु तस्करी से जुड़े गिरोह के सदस्यों का सुराग लगाने में जुटी पुलिस
जानकारी के मुताबिक, कुचाई के सीमावर्ती इलाकों में पहाड़ियों की तलहटी क्षेत्रों से पुलिस की टीम ने बैलों को बरामद किया है. बरामद किये गये सभी बैलों को दलभंगा के सीआरपीएफ कैंप परिसर में रखा गया है. हालांकि, छापेमारी में कितने बैलों की बरामदगी हुई है और कितने लोगों को हिरासत में लिया गया है, फिलहाल, इसकी कोई आधिकारिक जानकारी सामने नहीं आयी है. पुलिस पशु तस्करी से जुड़े गिरोह के सदस्यों का पता लगाने का प्रयास कर रही है. पशु तस्करों के खिलाफ अबतक की सबसे बड़ी कार्रवाई बताया जा रहा है.पश्चिम बंगाल लेकर जाने की थी योजना
प्रारंभिक जांच में पता चला है कि तस्कर इन मवेशियों को रड़गांव के रास्ते पश्चिम बंगाल लेकर जाने की तैयारी में थे. जब्त किये गये कई मवेशियों के पैरों में घोड़ा के पैर की तरह लोहे का नाल भी ठोका हुआ है. संभवत: इन्हें लंबी दूरी तक ले जाने की योजना थी, जिसे रास्ते में ही पुलिस ने विफल कर दिया. बताया जाता है कि पशु तस्कर जंगली क्षेत्र का सहारा लेकर लगातार टोकलो, कुचाई, तमाड़ (रांची) चांडिल क्षेत्र से होते हुए बंगाल की ओर अक्सर मवेशी लेकर ले जाते हैं. इसकी शिकायत लगातार पुलिस अधीक्षक को मिल रही थी. इसी के आधार पर यह कार्रवाई हुई है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

