सरायकेला. सरायकेला-खरसावां जिला के नीमडीह थानांतर्गत झिमड़ी में बीते शनिवार को दो समुदाय में तनाव के बाद मंगलवार को शांति बहाल के लिए पहल हुई. जिला प्रशासन की उपस्थिति में झिमड़ी पंचायत भवन में बैठक हुई. यहां दोनों पक्षों ने घटना को निंदनीय बताया. ग्रामीण रकीब ने युवक के कार्य को घृणित बताया. ऐसे में समाज ने निर्णय लिया कि युवक के परिवार का सामाजिक बहिष्कार किया जायेगा. उनके किसी कार्य में समाज के कोई शरीक नहीं होगा. उन्होंने युवक पर कड़ी कार्रवाई की मांग की. कहा गया कि उक्त युवक का परिवार गांव का मूल निवासी नहीं है. बाहर से आकर यहां बसा है. अगर उसने सरकारी जमीन पर कब्जा किया है, तो प्रशासन जांच कर अतिक्रमण मुक्त कराये.
बैठक में नहीं पहुंचे युवती की मां व युवक के पिता, मुद्दे पर ठोस निर्णय नहीं हो सका
बैठक में युवती की मां और युवक के पिता नहीं पहुंचे. ऐसे में ठोस निर्णय नहीं लिया जा सका. बैठक में ग्रामीणों ने कहा कि वर्षों से गांव में दोनों समुदाय आपसी भाईचारा के साथ रह रहे हैं. अब तक ऐसी घटना नहीं हुई थी. यह निंदनीय है.बैठक में नीमडीह के बीडीओ कुमार अभिनव, चांडिल बीडीओ तालेश्वर रबिदास, प्रशिक्षु डीएसपी पूजा कुमारी, नीमडीह थाना प्रभारी संतन कुमार, थाना प्रभारी आलम चंद महतो, चौका थाना प्रभारी बजरंग महतो सहित ग्रामीण उपस्थित थे.
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युवती पुलिस के संरक्षण में है. वह वापस घर आयेगी, तो उसके साथ पहले जैसा व्यवहार बना कर रखेंगे. उसके हर जरूरत को ग्रामीण आपस में मिलकर पूरा करेंगे. गांव में आपसी भाईचारा को बहाल रखें.– कुमार अभिनव, बीडीओ, नीमडीह
गांव में शंतिपूर्ण माहौल को लेकर ग्रामीणों संग वार्ता हुई. ग्रामीणों को मिलजुल कर भाईचारा के साथ रहने को कहा गया. ग्रामीणों ने पूर्व की तरह आपस में मिलकर रहने की बात कही है.
– संतन कुमार तिवारी, थाना प्रभारी, नीमडीह
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