खरसावां/चांडिल. सरायकेला-खरसावां जिले के ईचागढ़ प्रखंड के नटराज कला केंद्र चोगा से जुड़े कलाकारों ने थाइलैंड के लोइ प्रांत में आयोजित ””””थाइलैंड इंटरनेशनल मास्क कार्निवल-2025”””” में छऊ नृत्य की भव्य प्रस्तुति देकर विदेशी धरती पर भारत की सांस्कृतिक धरोहर को गौरवान्वित किया. 1 से 6 अगस्त तक चले इस अंतरराष्ट्रीय आयोजन में प्रभात कुमार महतो के नेतृत्व में नौ सदस्यीय दल ने मानभूम शैली पर आधारित ””””महिषासुर मर्दिनी”””” नृत्य की प्रस्तुति दी. देवी दुर्गा द्वारा ””””महिषासुर वध”””” की गाथा पर आधारित इस वीर रस प्रधान नृत्य को दर्शकों ने खूब सराहा. दल ने रंग-बिरंगे मुखौटों और पारंपरिक पोशाकों में मंच पर छऊ की अद्भुत छटा बिखेरी.
दल में शामिल कलाकार:
प्रभात महतो, सुचांद महतो, जगदीश चंद्र महतो, जयराम महतो, सीताराम महतो, अजीत कुमार महतो, गणेश चंद्र महतो, मंटू महतो और जटल कालिंदी.बैंकॉक में भी करेंगे प्रस्तुति:
छऊ नृत्य दल 7 से 10 अगस्त तक थाइलैंड की राजधानी बैंकॉक में भी प्रदर्शन करेगा.कलाकारों को किया गया सम्मानित
कार्यक्रम के बाद प्रतिभागी कलाकारों के सम्मान में एक विशेष रात्रिभोज का आयोजन किया गया, जिसमें लोइ प्रांत के उप राज्यपाल पैलिन लिमचारोएन, भारतीय दूतावास के स्वामी विवेकानंद सांस्कृतिक केंद्र (बैंकॉक) के निदेशक डॉ. चैतन्य प्रकाश योगी व संतोष कुमार मौजूद रहे. इस अवसर पर भारत के साथ-साथ चीन, मलेशिया, इंडोनेशिया, कोरिया, लाओस और फिलिपींस के कलाकारों ने भी अपनी सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं.छऊ नृत्य को विश्व मंच पर ले जा चुके हैं प्रभात महतो:
प्रभात कुमार महतो पूर्व में भी जापान, ताइवान, हांगकांग, भूटान, दुबई समेत कई देशों में भारत की पारंपरिक मानभूम शैली की छऊ प्रस्तुति दे चुके हैं. वे भारत-जापान शिखर वार्ता, टाटा आइपीएल, जी-20 सम्मेलन, इंडिया इंटरनेशनल सेंटर, अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेला, एशियन महिला हॉकी प्रतियोगिता और नेशनल गेम्स जैसे प्रतिष्ठित आयोजनों में भी प्रस्तुति दे चुके हैं.1999 में नटराज कला केंद्र की हुई स्थापना :
ईचागढ़ के चोगा गांव में स्थापित नटराज कला केंद्र वर्ष 1999 से सक्रिय है. यह केंद्र युवा पीढ़ी को छऊ नृत्य का प्रशिक्षण देकर परंपरा को आगे बढ़ा रहा है. देश-विदेश में प्रचार में अहम भूमिका निभा रहा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

