साहिबगंज.भाजपा के वरीय नेत्री सीता सोरेन बीती शाम साहिबगंज पहुंची. वे बंदरगाह व गंगा पुल का निरीक्षण किया. इस क्रम में पत्रकारों से बात करते कहा कि 15 नवंबर 2000 झारखंड अलग होने के बाद भी साहिबगंज विकास से कोसों दूर था. सीएम साहब का है जिला. विकास दिख नहीं रहा है. जिला में मुख्य रूप से अगर दिख रही है तो केंद्र के द्वारा बनवाये जा रहे गंगापुल और बंदरगाह. दोनों योजनाएं जिला को पूर्वोत्तर राज्यों से जोड़ने का कार्य करेगी, जो राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय लेवल पर जिला को एक अलग पहचान दिलायी है. यह तो सेंट्रल गवर्नमेंट मोदी सरकार की देन है. जिला विकास से कोसों दूर है. इसका जिम्मेदार कौन है. इस क्षेत्र की जो खनिज संपदा है, उसकी पूरी तरह से दोहन हो रहा है. मुख्यमंत्री विदेशी गौरव के दौरान इधर-उधर झारखंड में इंवेस्ट करने के लिए इन्वेस्टरों की तलाश कर रहे हैं. मुझे ऐसा लगता है की मुख्यमंत्री को इस क्षेत्र में ध्यान देने की आवश्यकता है. कहा कि पाकुड़ क्षेत्र में जो पत्थर के पहाड़ को खोखला किया जा रहा है, उसे रोकना चाहिए. क्योंकि यह ऐतिहासिक धरोहर है. यहां के जो स्थानीय मूलवासी लोग हैं, उनकी स्थिति काफी दयनीय है, यहां जो भी डेवलपमेंट गंगा पुल समेत अन्य जो भी कुछ दिख रहा है. वह मोदी सरकार की देन है.
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