रांची. रांची विवि स्नातकोत्तर अंग्रेजी विभाग में द आर्ट ऑफ गिविंग पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया.इस अवसर पर रांची विवि एनएसएस अधिकारी डॉ ब्रजेश कुमार ने कहा कि मनुष्य को प्रतिदिन समाज में जरूरतमंदों का सहयोग करना चाहिए. संस्था की विचारधारा का प्रचार-प्रसार कर वंचित वर्गों की सहायता कर समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाया जायेगा. यह बिना किसी स्वार्थ के सेवा करने और समाज को कुछ लौटाने की भावना से प्रेरित है.
समाजसेवा करने के लिए तैयार रहें
अध्यक्षता कर रही पीजी अंग्रेजी विभाग की अध्यक्ष सह एनएसएस को-ऑर्डिनेटर डॉ पूनम निगम सहाय ने कहा कि यह प्रत्येक मानव का कर्तव्य है कि वह समाज सेवा करने के लिए तैयार रहे.किसी को समय देना भी एक प्रकार का आर्ट ऑफ गिविंग है. जिसकी बदौलत हम किसी की समस्याओं को सुनते हैं और उनको अच्छे सुझाव देते हैं.
जरूरतमंद बच्चों को सामग्री दी
आर्ट ऑफ गिविंग, झारखंड के ब्रांड अंबेसडर जितेंद्र कुमार ने बताया कि आर्ट ऑफ गिविंग की स्थापना डॉ अच्युत सामंत ने 17 मई 2013 को की थी. इस वर्ष आर्ट ऑफ गिविंग थीम नेबरगुड : पड़ोस में अच्छाई लाना है. इसमें अच्छा व्यवहार रखने और सदैव समाज सेवा के लिए तत्पर रहना सिखाया जाता है.स्वयंसेवकों द्वारा हातमा बस्ती में रहने वाले 30 से अधिक जरूरतमंद बच्चों की पढ़ाई में सहयोग देने के उद्देश्य से उनके बीच पेन, पेंसिल, नोटबुक, ड्राइंग कॉपी, कलर बॉक्स, इरेजर, शार्पनर, पानी बोतल आदि का निःशुल्क वितरण किया गया. कार्यक्रम को सफल बनाने में शौर्य खलखो, आशीष, अभिषेक, जयेश, वैदेही, अनिमेष, स्वीटी, वेदिका, स्वेता, शालू आदि उपिस्थत थे.
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