रांची.
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने राष्ट्रीय महिला आयोग द्वारा जारी नारी रिपोर्ट-2025 पर चिंता जतायी है. कहा : यह रिपोर्ट हेमंत सरकार की संवेदनहीनता और नाकामी को उजागर करती है. देश के 31 शहरों में महिला सुरक्षा को लेकर हुए सर्वे में राजधानी रांची की महिलाएं सबसे असुरक्षित हैं. राजधानी की 27 प्रतिशत महिलाएं छेड़खानी के कारण अपना घर बदलने को मजबूर होती हैं. लोगों का पुलिस पर अविश्वास इतना बढ़ गया है कि नौ प्रतिशत महिलाएं अपने साथ हुए अपराध को छुपा लेती हैं. सर्वे के अनुसार, 85 प्रतिशत महिलाओं को प्रशासन पर भरोसा ही नहीं है. इससे साफ है कि झारखंड में महिलाएं पूरी तरह असुरक्षित महसूस कर रही हैं.उन्होंने आरोप लगाया कि रांची ही नहीं, पूरे झारखंड में यही स्थिति है. हेमंत सरकार पार्ट एक और पार्ट -2 में अब तक 8000 से ज्यादा बलात्कार के मामले दर्ज हो चुके है. बलात्कारियों को सजा दिलाने का सरकार का रिकॉर्ड भी फिसड्डी है. आदिवासी बालिकाएं लगातार ट्रैफिकिंग की चपेट में आ रही हैं. लेकिन हेमंत सरकार पिछले छह वर्षों से राज्य महिला आयोग का गठन तक नहीं कर पायी. यह उसकी महिलाओं के प्रति हो रहे अपराधों के प्रति संवेदनहीनता का जीता-जागता उदाहरण है. प्रतुल ने कहा किहेमंत सरकार महिलाओं की सुरक्षा को लेकर पूरी तरह असंवेदनशील है. जो सरकार महिला आयोग तक नहीं बना पायी, उससे महिलाओं की सुरक्षा की उम्मीद करना बेमानी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

