रांची : झारखंड के कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने कहा है कि 9.07 लाख मानक खाताधारक किसानों को कृषि ऋण माफी योजना का लाभ पहुंचाना हेमंत सोरेन सरकार की प्राथमिकता है. फिलहाल एनपीए खाताधारक किसानों को कृषि ऋण माफी योजना का लाभ नहीं मिल सकेगा. एनपीए खाताधारक किसानों को अगले चरण में ऋण माफी योजना का लाभ देने की योजना है.
झारखंड के कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने कहा कि केंद्र सरकार से अपेक्षित सहयोग नहीं मिलने के बावजूद झारखंड सरकार ने किसानों का कर्ज माफ करने की दिशा में अहम कदम उठाया है. उनकी पहली प्राथिमकता चिह्नित किए गए 9.07 लाख मानक खाताधारक किसानों को लाभ पहुंचाना है. झारखंड कृषि ऋण माफी योजना चरणबद्ध तरीके से चलेगी.
आपको बता दें कि झारखंड में दो तरह के एनपीए खाताधारक किसान हैं. एक तो वैसे किसान हैं, जिन्होंने ऋण की एक भी किश्त अदा नहीं की है, जबकि दूसरे वैसे किसान हैं, जिन्होंने ऋण की कुछ किश्तें जमा की हैं, लेकिन फसल नुकसान एवं अन्य कारणों से किश्त जमा नहीं कर सके. तीन किश्त जमा नहीं करने पर बैंकों ने किसानों के ऋण खातों को एनपीए कर दिया है.
राज्यभर में कृषि ऋण वाले 12.93 लाख बैंक खाते हैं. इनमें से 9.07 लाख मानक खाते हैं. मानक खाते वे हैं, जिनसे लगातार लेन-देन हो रहे हैं. कृषि ऋण माफी योजना को लेकर 2000 करोड़ रुपये का बजट प्रावधान किया गया है. पहले चरण में 9.07 लाख किसानों को इसका लाभ मिलेगा.1 रुपये की टोकन मनी पर 50 हजार रुपये तक का कर्ज माफ होगा. रैयत और गैर रैयत दोनों तरह के किसानों को इसमें शामिल किया गया है.
Posted By : Guru Swarup Mishra