रांची.
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) झारखंड राज्य परिषद का आठवां राज्य सम्मेलन राजधानी रांची में आयोजित किया गया है. 24 से 26 अगस्त तक चलने वाले इस सम्मेलन के पहले दिन खुला सत्र का आयोजन किया गया. इसमें राष्ट्रीय स्तर के साथ ही राज्य के ज्वलंत मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की गयी. भाकपा नेताओं ने मजदूर-किसानों पर हो रहे हमलों के खिलाफ एकजुट होने पर जोर दिया. इस दौरान खेती-किसानी, समाप्त होते रोजगार, सांप्रदायिक राजनीति, श्रमिक अधिकार व कॉरपोरेट के हक में लेबर कोड में 44 श्रम कानून को बदले जाने, झारखंड के अंदर खनिज संपदा पर अधिकार और पलायन के साथ जल, जंगल और जमीन पर विस्तार से चर्चा की गयी.रैली निकाली गयी
इस सम्मेलन को पार्टी के दिवंगत नेता अतुल कुमार अंजान के नाम समर्पित किया गया. मोरहाबादी के अभिवादन मैरिज हॉल में आयोजित कार्यक्रम में पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव रहे एस सुधाकर रेड्डी एवं पूर्व राष्ट्रीय सचिव सह किसान नेता अतुल कुमार अंजान के चित्र पर माल्यार्पण कर दो मिनट का मौन रखा गया. साथ ही उनके अधूरे कार्यों को पूरा करने का संकल्प लिया गया. इसके पूर्व सम्मेलन स्थल पर एक रैली निकाली गयी. भाकपा के पूर्व सांसद भुवनेश्वर प्रसाद मेहता ने लाल झंडा फहराकर कार्यक्रम की विधिवत शुरुआत की.
खुला सत्र को इन्होंने किया संबोधित
सम्मेलन के पहले दिन खुला सत्र के दौरान भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राष्ट्रीय सचिव पूर्व सांसद नागेंद्र नाथ ओझा, झारखंड प्रभारी सह राष्ट्रीय सचिव रामकृष्ण पांडा, माकपा के राज्य सचिव प्रकाश विप्लव, भाकपा माले के राज्य सचिव मनोज भक्त, एसएसयूसीआइ की महिला नेत्री लीला दास, भाकपा राज्य सचिव महेंद्र पाठक, पूर्व सचिव केडी सिंह, एटक के राज्य सचिव अशोक यादव, राष्ट्रीय परिषद सदस्य पीके पांडे, कन्हाई माल पहाड़िया, पशुपति कॉल, अंबुज ठाकुर,अनिरुद्ध कुमार, रुचिर तिवारी, रामस्वरूप पासवान, रामजी साहू, दीपनारायण यादव, छाया कॉल, पशुपति कॉल, गणेश महतो, सूडान मुर्मू, अर्जुन कुमार, अजय कुमार सिंह, संतोष रजक, गयानाथ पांडे आदि ने संबोधित किया. मौके पर राजेंद्र प्रसाद, नीमन यादव, बाबूलाल झा, चंदेश्वर प्रसाद सिंह, सरिता खलको, सोनिया देवी, सुनीता किंडो, डॉ पीयूष आदि मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

