रांची : झारखंड पर्यटन सुरक्षा समिति की ओर से पर्यटन स्थल हुंडरू जलप्रपात में रविवार को पर्यटन मित्रों ने अपनी मांगों को लेकर बैठक की. इसकी अध्यक्षता राजकिशोर प्रसाद ने की. बैठक में मृत्यु पर अनुकंपा के आधार पर परिवार के सदस्य को काम पर रखने, बोनस, इंश्योरेंस एवं जेटीडीसी कर्मी घोषित करने की मांग को लेकर काला बिल्ला लगाकर विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान 2 से 4 नवंबर तक हड़ताल पर रहने का निर्णय लिया. 5 नवंबर से सैलानियों के प्रवेश पर रोक की चेतावनी दी है.
झारखंड के रांची, खूंटी व पश्चिमी सिंहभूम जिले के पर्यटन मित्र अपनी विभिन्न मांगों को लेकर आज सोमवार से तीन दिनों की हड़ताल पर हैं. 2 से 4 नवंबर तक हड़ताल के बाद 5 नवंबर से इन्होंने जलप्रपातों पर सैलानियों के प्रवेश पर रोक लगाने की चेतावनी दी है.
रांची जिले के हुंडरू जलप्रपात, जोन्हा जलप्रपात, सीता जलप्रपात, दशम जलप्रपात, खूंटी जिले के पंचघाघ जलप्रपात एवं पश्चिमी सिंहभूम के हिरणी जलप्रपात के सभी प्रभारी एवं पर्यटन मित्रों ने झारखंड टूरिज्म डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (जेटीडीसी) से अपनी मांग पूरा करने का आग्रह किया है. पर्यटन मित्र 2 से 4 नवंबर तक हड़ताल पर रहेंगे. 5 नवंबर से इन्होंने जलप्रपातों पर सैलानियों के प्रवेश पर रोक लगाने की चेतावनी दी है.
झारखंड पर्यटन विकास निगम से इन्होंने पर्यटन मित्र की मृत्यु होने पर अनुकंपा के आधार पर परिवार के सदस्य को काम पर रखने, बोनस, इंश्योरेंस एवं जेटीडीसी कर्मी घोषित करने की मांग की है. इस दौरान इन्होंने काला बिल्ला लगाकर प्रदर्शन भी किया. पर्यटन मित्रों ने कहा कि हड़ताल के दौरान पर्यटन स्थल पर किसी तरह की घटना होती है, तो उसकी जबाबदेही जेटीडीसी की होगी.
पर्यटन मित्रों में राज किशोर प्रसाद ,योगेश्वर आहिर, सोहन बैक, बालेश्वर बेदिया, राजेंद्र महतो, कांडे मुंडा, दुर्गा भेंगरा, नंदराम पूर्ति, सुशांत कुमार लोहरा, जुनस होरो, पतरस होरो, निकुदीन बाजरा, बच्चन नाग, सिप्रियन टुटी, प्रदीप महतो, विष्णु कुमार बेदिया, नागेश्वर बेदिया, बीरसिंह मुण्डा, धन्नजय महतो, बुधराम बेदिया मेघनाथ बेदिया, रंजन कुमार बेदिया, हरिचरण बेदिया, नीतेश पूर्ति धर्मदास बोदरा, उमेश महतो, हरिदास महतो, मनिराम महतो आदि उपस्थित थे.
Posted By : Guru Swarup Mishra