रांची.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन इन दिनों अपने पैतृक गांव नेमरा में रहकर एक साथ पुत्र धर्म और राज धर्म का निर्वहन कर रहे हैं. एक ओर जहां वे पिता दिशोम गुरु शिबू सोरेन के श्राद्धकर्म की स्थानीय परंपराओं और रीति-रिवाजों का निर्वाह कर रहे हैं. वहीं, दूसरी ओर राज्य के विकास और प्रशासनिक कार्यों के प्रति पूरी तरह सक्रिय हैं. वे लगातार विभिन्न विभागों से प्राप्त फाइलों और प्रस्तावों पर निर्णय ले रहे हैं तथा अधिकारियों से फोन और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संवाद कर रहे हैं. मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया है कि जनहित से जुड़े कार्यों में किसी भी प्रकार की कोताही न हो और योजनाओं का गुणवत्तापूर्ण क्रियान्वयन निर्धारित टाइम लाइन से किया जाये. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि ग्रामीण इलाकों से लेकर शहरी क्षेत्रों तक जनता की समस्याओं के प्रति संवेदनशील रहते हुए उनके समाधान में पूरी तत्परता बरती जाये. सीएम के अपर मुख्य सचिव अविनाश कुमार विभिन्न फाइलों को लेकर सीएम के पास गये थे. फाइलों पर आवश्यक निर्देश देते हुए सीएम ने साइन भी किया.कुड़मालि भाखी चारि आखड़ा के सदस्यों ने दी श्रद्धांजलि
रांची. कुड़मालि भाखी चारि आखड़ा के सदस्यों ने बुधवार को नेमरा में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाकात कर उनके प्रति गहरी संवेदनाएं व्यक्त की. इस दौरान सदस्यों ने दिशाेम गुरु शिबू सोरेन का स्मरण करते हुए एक प्रार्थना सभा की. इस दौरान गुरुजी के प्रति श्रद्धा व्यक्त करते हुए भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की गयी. इस अवसर पर संगठन के वरिष्ठ सदस्यों ने गुरुजी के जीवन, विचार और समाज के प्रति उनके योगदान को याद करते हुए कहा कि गुरुजी ने सदैव शिक्षा, सेवा और एकता का संदेश दिया. उनका मार्गदर्शन हमेशा समाज को दिशा देता रहेगा. सभा में उपस्थित लोगों ने गुरुजी की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की और उनके बताये मार्ग पर चलने का संकल्प लिया. मौके पर कुड़मालि भाखी चारि आखड़ा के संरक्षक दीपक पुनरियार, सदस्य अनंत कंड़हरआर, सुभाष पुनरियार, गोविंद पुनरियार, सुखदेव जालबनवार, अशोक हिंदयार, चंद्र मोहन सखवार, सुभाष हिंदयार आदि मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

