खेत में पानी, बाजार में आग
लगातार बारिश से रांची में सब्जियों का संकट, बाजार में दाम आसमान परखेतों में जलभराव से फसलें बर्बाद, थाली से गायब हो रही हरी सब्जियांबिहार, पश्चिम बंगाल और बेंगलुरु से हो रही सब्जियों की आवकडेढ़ से दो माह पहले कीमतों में राहत के आसार नहीं
रांची(लाइफ रिपोर्टर). राजधानी रांची और आसपास के क्षेत्रों में लगातार हो रही बारिश ने किसानों और आम लोगों की चिंता बढ़ा दी है. पिछले तीन दिनों से लगातार हो रही तेज बारिश ने स्थिति को और गंभीर बना दिया है. खेतों में पानी भरने से सब्जियों की फसल बर्बाद हो रही है, जिससे रांची के थोक और खुदरा बाजारों में सब्जियों की आवक काफी कम हो गयी है. रांची के ओरमांझी, नगड़ी, नामकुम, बेड़ो, इटकी, कांके, बुंडू और अन्य ग्रामीण क्षेत्रों में सब्जी उत्पादन करने वाले किसानों के खेतों में पानी जमा हो गया है, जिससे लौकी, फूलगोभी, भिंडी, बैंगन, टमाटर, पत्तेदार सब्जियां पूरी तरह खराब हो गयी हैं. कई किसानों का कहना है कि यदि बारिश अगले कुछ दिनों तक जारी रही, तो अगले महीने तक भी सब्जियों की किल्लत बनी रहेगी. शहर के थोक बाजारों में आवक आधी रह गयी है, जिसके कारण खुदरा कीमतों में 30 से 50 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी हो गयी है. लोगों को अब पाव-दो पाव के हिसाब से सब्जियां खरीदनी पड़ रही है. आलू-प्याज को छोड़ कर अधिकांश हरी सब्जियां 40 रुपये और इससे अधिक कीमतों पर बिक रही हैं.किसानों की मेहनत पर पानी
इटकी के किसान प्रदीप महतो बताते हैं कि हमने सैकड़ों रुपये खर्च कर फ्रेंच बीन्स बोए थे, लेकिन पानी भर जाने से सब बर्बाद हो गया. यदि मौसम ऐसा ही रहा तो हमें अगली फसल के लिए कर्ज लेना पड़ेगा. इटकी के नंदलाल महतो ने कहा कि सब्जियों का कोई सहारा नहीं बचा है. जो सब्जियां तैयार थीं, वे भी सड़ने लगी हैं. बाजार तक पहुंचाना मुश्किल हो गया है. इटकी के विमला देवी बताती हैं कि बैगन के खेत में पानी भर जाने से फसल गलने लगा है. पौधे सूखने लगे हैं. खुदरा सब्जी विक्रेता कार्तिक ने कहा कि वर्तमान में बिहार, बेंगलुरु और पश्चिम बंगाल से सब्जियाें की आवक हो रही है.सब्जी उत्पादकों को हुआ भारी नुकसान
प्रगतिशील किसान पिठोरिया निवासी दिलेश्वर साहु ने कहा कि बारिश के कारण फसलें खराब होने से सब्जी उत्पादकों को भारी नुकसान हुआ है. प्रति एकड़ लगभग 35000 रुपये का नुकसान हुआ है. आलू-मटर भी नहीं लग पा रहा है. वर्तमान स्थिति यह है कि डेढ़ से दो माह पहले सब्जियों की कीमतें कम होने के कोई आसार नहीं दिख रहे हैं.
नयी फसलों की बुआई में हो रही देरी
खेतों में ही नेनुआ, झिंगुनी, कद्दू, खीरा, बोदी, फूलगोभी, धनिया पत्ता, पालक सहित कई सब्जियां खराब हो गयी है. इसके अलावा, सब्जियों की नयी फसलें भी नहीं लग पा रही है. फूलगोभी, बंदगोभी, टमाटर, बैंगन, मटर समेत कई सब्जियां अभी लगायी जाती, लेकिन बारिश के कारण खेत नहीं सूखे हैं. इस कारण किसान खेती नहीं कर पा रहे हैं.अधिकांश हरी सब्जियां 40 रुपये किलो के पार
आलू-प्याज को छोड़ कर अधिकांश हरी सब्जियां 40 रुपये और इससे अधिक कीमतों पर मिल रहा है. सफेद आलू 20 रुपये, लाल आलू 25 रुपये और प्याज 30 रुपये प्रति किलो मिल रहा है. करेला 40-50 रुपये, नेनुआ, परवल, कच्चा केला और कोंहड़ा 40-40 रुपये प्रति किलो बिक रहा है. कोंहड़ा-40 रुपये, भिंडी, बैंगन, टमाटर और झिंगुनी 50 रुपये किलो मिल रहा है. वहीं, फूलगोभी और फ्रेंचबीन 60-60 रुपये प्रति किलो मिल रहा है.सब्जी प्रेमियों की थाली पर असर
रांची के स्थानीय निवासी अब सब्जियों की जगह दाल और सूखी सामग्री पर निर्भर हो रहे हैं. बरियातू की गृहिणी शीतल सिन्हा कहती हैं कि पहले हम सप्ताह में चार से पांच सब्जियां लाते थे, अब सिर्फ दो ही ला पा रहे हैं. बच्चों को मनपसंद सब्जियां खिलाना मुश्किल हो गया है.ऐसे मिल सकती है राहत
बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि लोग थोक में सब्जियां खरीदने से बचें और सिर्फ जरूरत के हिसाब से लें, क्योंकि जलभराव और खराब मौसम में सब्जियों के जल्दी सड़ने का खतरा अधिक है. वहीं, टमाटर और परवल जैसी सब्जियों के विकल्प के रूप में लोग कद्दू, आलू और दाल का ज्यादा इस्तेमाल कर रहे हैं.अभी और बढ़ेगी मुश्किलें
यदि बारिश का यही क्रम जारी रहा, तो अगले सप्ताह से कीमतों में और वृद्धि हो सकती है. इस बीच, सब्जी विक्रेताओं का कहना है कि आपूर्ति का संकट तब तक रहेगा जब तक खेत सूख नहीं जाते और नयी फसल तैयार नहीं हो जाती.लहसुन-अदरक 100, तो धनिया पत्ता 350 रुपये
लहसुन और अदरक 100 से 130 रुपये प्रति किलो मिल रहा है. वहीं, धनिया पत्ता काफी महंगा हो गया है. यह 350 रुपये प्रति किलो बिक रहा है.रांची के बाजारों में सब्जियों के भाव
लाल आलू-25सफेद आलू-20
प्याज-30कुंदरी-30
करेला-40-50नेनुआ-40
भिंडी-50बैंगन-50
परवल-40कच्चा केला-40
कोंहड़ा-40टमाटर-50
खीरा-30हरी मिर्च 120
झिंगुनी-50फूलगोभी-60
बंदगोभी-40फ्रेंचबीन-60
बीट-40गाजर-40
शिमला मिर्च-70लहसुन-100-130
अदरक-100-130धनिया पत्ता-350
नोट : कीमत रुपये प्रति किलो में है.B
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

