रांची (प्रमुख संवाददाता). राज्य के 50 एकलव्य मॉडल आवासीय स्कूलों में इस वर्ष से पढ़ाई शुरू होगी. विद्यालयों में नामांकन के लिए प्रवेश परीक्षा लिया गया है. राज्य में कुल 92 एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालय हैं. विद्यालयों में कक्षा छह से 12वीं तक की पढ़ाई होती है.
एकलव्य विद्यालय की एक कक्षा में 60 विद्यार्थी का नामांकन लिया जाता है. राज्य में वर्ष 2018-19 तक केंद्र सरकार द्वारा राज्य में कुल 23 एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालय स्वीकृत किये गये थे. इनमें से सात विद्यालय में पढ़ाई शुरू की गयी थी. 14 का भवन निर्माण कार्य पूरा हो गया है. जबकि दो विद्यालय का भवन निर्माण का कार्य अंतिम चरण में हैं. इन सभी विद्यालयों में पढ़ाई शुरू की जायेगी. इसके बाद 2019-20 में 69 विद्यालय को स्वीकृति दी गयी है. जिन विद्यालयों में इस सत्र से पढ़ाई शुरू की जायेगी. इनमें से अधिकतर स्कूलों का भवन निर्माण कार्य पूरा हो गया, जिन स्कूलों का भवन निर्माण नहीं हुई वह फिलहाल दूसरे विद्यालय में साथ टैग कर संचालित किया जायेगा. विद्यालयों में शिक्षकों की नियुक्ति हो गयी है. विद्यालय में नामांकित बच्चों को खाना, पोशाक, किताब समेत अन्य पाठ्य सामग्री नि:शुल्क उपलब्ध कराये जाते हैं.इन विद्यालयों में फिलहाल हो रही पढ़ाई
राज्य में जिन सात एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालय में पढ़ाई शुरू है. इनमें चार बालिका विद्यालय हैं. रांची, दुमका, पश्चिमी सिंहभूम, गुमला, लोहरदगा, साहिबगंज व गोड्डा में संचालित है. सभी विद्यालयों में कक्षा छह से 12वीं तक की पढ़ाई होती है. राज्य में कल्याण विभाग द्वारा 89 अनुसूचित जनजाति आवासीय विद्यालय संचालित किये जाते हैं. इसके अलावा 11 आश्रम विद्यालय, नौ विद्यालय आदिम जनजाति के बच्चों के लिए संचालित किया जाता है. राज्य में 23 अनुसूचित जाति आवासीय विद्यालय, चार पिछड़ी जाति आवासीय विद्यालय संचालित किया जाता है. इसके अलावा इस सत्र से 50 एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालय में पढ़ाई शुरू की जायेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है