रांची. कांके थाना क्षेत्र के हुसीर निवासी कैदी सिकंदर अंसारी (पिता स्व तफजुल अंसारी) की मंगलवार रात होटवार स्थित बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा में मौत हो गयी. सिकंदर अपनी पत्नी की हत्या के मामले में वर्ष 2017 से होटवार जेल में था. उसकी मौत मंगलवार रात आठ बजे हुई. उसके बाद जेल प्रशासन ने शव को रात 10 बजे रिम्स भेजकर कैदी की मौत की जानकारी बुधवार को परिजनों को दी.
परिजनों ने किया हंगामा
इधर जेल प्रबंधन ने खेलगांव पुलिस को सूचना दी कि कैदी ने जेल में फांसी लगा ली है. बुधवार को रिम्स के पोस्टमार्टम हाउस में परिजनों ने जेल प्रशासन के विरुद्ध जमकर हंगामा किया. सूचना मिलने पर बरियातू पुलिस पहुंची और थाना प्रभारी मनोज कुमार ने परिजनों को समझा कर शांत कराया. इसके पूर्व मजिस्ट्रेट द्वारा फर्द बयान लिया गया. उसके बाद मेडिकल बोर्ड द्वारा शव का पोस्टमार्टम किया गया. इस संबंध में जेल आइजी तथा जेल अधीक्षक से बात करने का प्रयास किया गया. लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो पाया.
शव के गले में निशान देख उग्र हुए परिजन
परिजन व ग्रामीण शव के गले में निशान देख उग्र हो गये. उसके बाद उन्होंने जेल प्रशासन पर सिकंदर की हत्या करने का आरोप लगाया. मृतक के भाई जहांगीर अंसारी,शफीक अंसारी व रफीक अंसारी ने बताया कि 15 दिन पूर्व ही मृतक के भतीजे ने सिकंदर से जेल में मुलाकात की थी.लेकिन वह तनाव में नहीं था.वह आत्महत्या नहीं कर सकता था.उसकी हत्या की गयी है.
जेल प्रशासन ने कहा- कैदी ने आत्महत्या की
वहीं जेल प्रशासन का कहना है कि सिकंदर जेल के कैदी सेल में डाला गया था. उसने गमछा की मदद से फंदा बनाकर आत्महत्या कर ली है. पोस्टमार्टम के बाद सिकंदर के शव को जेल प्रशासन ने परिजनों को सौंपा. इधर परिजनों का कहना है कि वह गुरुवार को उपायुक्त को आवेदन देकर सिकंदर की हुई मौत की उच्चस्तरीय जांच कराने और सरकार से मुआवजे की मांग करेंगें. मृतक को एक पुत्र व एक पुत्री है. सिकंदर को हुसीर कब्रिस्तान में गुरुवार को सुबह दस बजे मिट्टी दी जायेगी.
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