रांची़ बांग्ला सांस्कृतिक कर्मीवृंद की ओर से शुक्रवार को जवाहर लाल नेहरू कला केंद्र में विद्रोही कवि काजी नजरूल इस्लाम की 126वीं जयंती मनायी गयी. गीतों और कविताओं के माध्यम से उन्हें श्रद्धांजलि दी गयी. कार्यक्रम की शुरुआत में अहमदाबाद विमान दुर्घटना में मारे गये लोगों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की गयी. बांग्लादेश में गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर की कचहरी बाड़ी को हाल ही में ध्वस्त किये जाने की भी कड़ी निंदा की गयी. रथिन चटर्जी ने स्वागत भाषण किया. मंच संचालन सुबीर लाहिड़ी ने किया. गाने में लिली मुखर्जी, अपरूपा चौधरी, अजाना मित्रा, बैसाखी शेखर सुजाता मजूमदार, मोउ संतारा, नीता भट्टाचार्य, देबाशीष विश्वास, सजल बनर्जी, मानस बनर्जी अन्य ने हिस्सा लिया. तबला संगत सुब्रत राय मल्लिक का रहा. वहीं सुपर्णा चटर्जी, जूलिया आदित्य, गार्गी घोषाल, रूपाली मानी, सुदीप्ता रॉय, रूमा कुंडू, भारती विश्वास, अनुपम चौधरी, प्रबीर दासगुप्ता और सुशोवन कुंडू ने कविता पाठ किया. मुक्ति मानसी ने धन्यवाद ज्ञापन किया.
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