रांची जिले के अंचलों कार्यायलयों में जरूरी कार्यों के लिए आमलोगों को अक्सर परेशानियों का सामना करना पड़ता है. इसके मद्देनजर ‘प्रभात खबर’ यह विशेष शृंखला प्रकाशित कर रहा है. अब तक हमने हेहल अंचल कार्यालय और शहर अंचल कार्यालय की समस्याएं प्रकाशित की हैं. आज से अगले सात दिन तक हम सामने लायेंगे नामकुम अंचल कार्यालय का हाल. नामकुम अंचल कार्यालय में दाखिल-खारिज कराना तो मुश्किल है ही, यहां जाति व आवासीय प्रमाण पत्र बनवाना भी नाकों चने चबाने जैसा है. फिलहाल यहां दाखिल-खारिज के 2560 और एसटी सर्टिफिकेट के 883 आवेदन लंबित हैं. इसके अलावा इबीसी-1 व बीसी-2 जाति प्रमाण पत्र के 199 आवेदन लंबित हैं. आमलोगों के लिए यहां कोई भी काम कराना आसान नहीं है, क्योंकि हर काम के लिए दलाल हावी हैं. सूत्रों का कहना है कि लोगों को परेशान करने के लिए जानबूझ कर आवेदन लंबित रखा जाता है.
यहां काम लेकर आनेवाले लोगों का कहना है कि राजस्व रसीद अपटूडेट कराने, रजिस्टर-2 में नाम चढ़ाने के लिए भी लोगों को दौड़ाया जाता है. ऑनलाइन आवेदन बिना वजह रद्द कर दिये जाते हैं. राजस्व कर्मचारी एक काम के लिए कई टेबलों के चक्कर लगवाते हैं. दलाल सबसे ज्यादा दाखिल-खारिज के लिए परेशान लोगों को अपने चंगुल में फंसाते हैं और मनमाना पैसा वसूलते हैं. प्रति डिसमिल 3,000 रुपये लेकर दलाल आसानी से दाखिल-खारिज करा देते हैं. हालांकि, कर्मचारियों का कहना है कि किसी काम में जानबूझ कर देरी नहीं की जाती है. पर्याप्त कागजात नहीं रहने के कारण आवेदन लंबित रहता है.
इडब्ल्यूएस के 41 आवेदन लंबित
नामकुम अंचल कार्यालय में इडब्ल्यूएस के 41 आवेदन लंबित हैं. प्रमाण पत्र जारी नहीं होने से विद्यार्थियों को आरक्षण का लाभ नहीं मिल रहा. उन्हें सामान्य कोटा के हिसाब से ही नामांकन लेना पड़ रहा है.
नामकुम अंचल में लंबित मामले
इबीसी-1 व बीसी-2
जाति प्रमाण पत्र 199
ओबीसी प्रमाण पत्र 92
एससी प्रमाण पत्र 55
एसटी प्रमाण पत्र 883
इडब्ल्यूएस 41
दाखिल-खारिज 2560