सिल्ली.
पुत्र के दीर्घायु व कल्याण की कामना को लेकर मनाया जाने वाला जिएतिया व्रत सिल्ली, मुरी समेत प्रखंड के ग्रामीण क्षेत्रों में रविवार को विधि-विधान से संपन्न हो गया. व्रती माताओं ने निर्जला उपवास रखकर भगवान जीमूतवाहन की विधिवत पूजा-अर्चना व जीवित पुत्रिका व्रत कथा का नियमानुसार श्रवण किया. कई घरों के आंगन में तो कई जगहों पर सामूहिक पूजा का आयोजन किया गया. बच्चों के माथे पर तिलक चंदन लगाकर हाथों में मौली धागा बांधा व प्रसाद वितरण किया. व्रती माताओं ने शनिवार को नहाय-खाय के साथ पूजा शुरू की थी. वहीं सोमवार को निकटतम जलाशयों में कलश व जिउतिया डाली का विसर्जन के पश्चात ही महिलाएं व्रत तोड़कर अन्ना व जल ग्रहण कर व्रत पूरा करेंगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

