: पूछताछ में कई खुलासे, जिस पर कार्रवाई करेगी एसीबी : एसीबी ने 13 नवंबर को छत्तीसगढ़ से गिरफ्तार किया था रांची . छत्तीसगढ़ के शराब कारोबारी राजेंद्र जायसवाल उर्फ चुन्नू जायसवाल से पूछताछ गुरुवार को पूरी कर ली गयी. पूछताछ के लिए एसीबी ने उन्हें रिमांड पर लिया था. वे छत्तीसगढ़ के बिलासपुर सकरी फेज- 01 के रहने वाले हैं. उन्हें एसीबी ने छत्तीसगढ़ से 13 नवंबर को गिरफ्तार किया था. गिरफ्तारी के बाद उन्हें ट्रांजिट रिमांड पर रांची लाया गया था और न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया था. केस के अनुसंधान के दौरान एसीबी को इस बात का पता चला था कि राजेंद्र जायसवाल से शराब घोटाला के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी मिल सकती है, इसलिए एसीबी ने न्यायालय की अनुमति से उन्हें रिमांड पर लिया था. एसीबी के अधिकारियों के अनुसार, पूछताछ में राजेंद्र जायसवाल से कई सवाल पूछे गये. मसलन राजेंद्र जायसवाल से पूछा गया कि झारखंड में शराब सप्लाई करने का काम कंपनी को किसके सहयोग से मिला था. इसके लिये उत्पाद विभाग के किन अधिकारियों ने सहयोग किया था. शराब सप्लाई का काम लेने के एवज में किसे पैसे दिये थे. पूरे केस में तत्कालीन उत्पाद सचिव विनय चौबे की भूमिका क्या रही है. साथ ही घोटाला में शामिल अन्य लोगों के बारे भी पूछताछ की गयी. पूछताछ में एसीबी को कई सवालों के जवाब मिले हैं. पूछताछ में आये तथ्यों के आधार पर एसीबी मामले में सत्यापन कर रही है. एसीबी ने अनुसंधान के दौरान पाया है कि राजेंद्र जायसवाल मेसर्स वेलकम डिस्टीलरी प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में डॉयरेक्टर के पद पर थे. उन्होंने षडयंत्र एवं आपसी मिलीभगत कर झारखंड में देसी शराब की आपूर्ति का काम लिया था. इनके द्वारा झारखंड में आपूर्ति की गयी शराब की बोतलों में कांच का टुकड़ा और गंदगी पायी गयी थी.
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