एक साल में कुरान के 30 सिपारे (किताबें) पढ़कर किया पूरा
रांची. डॉक्टर शाहबाज आलम की नौ साल की पुत्री इनाया फातिमा ने एक साल में कुरान के 30 सिपारे (किताबें) पढ़कर पूरा किया है. इनाया संत थॉमस स्कूल में कक्षा चार की छात्रा है. कुरान मुकम्मल होने पर मंगलवार को संतुष्टि सोसाइटी स्थित कम्युनिटी हॉल में समारोह का आयोजन हुआ. इनाया के पिता डॉ शाहबाज आलम कर्बला चौक स्थित हॉपवेल हॉस्पिटल में सर्जन के तौर पर अपनी सेवाएं दे रहे हैं. इनाया के शिक्षक हाफिज ताहिर हुसैन ने कहा कि इनाया फातिमा बहुत जहीन बच्ची है. नूरानी कायदा से लेकर कुरान पाक उसने मुकम्मल की है. इनाया के पिता डॉ शाहबाज आलम ने कहा कि इनाया फातिमा की भाषा भी साफ है. एक साल में इसने कुरान को पढ़ लिया है. उन्होंने बताया कि स्कूल और कोचिंग के बाद रोजाना एक घंटा कुरान की तिलावत करती है. इस अवसर पर मौलाना रिजवान दानिश ने कुरान की अहमियत बयान करते हुए कहा कि कुरान मुसलमानों के लिए एक संपूर्ण जीवन शैली है. यह उन्हें सही रास्ते पर चलने और जीवन के हर पहलू में सफल होने में मदद करती है. इस अवसर पर शेख सदरुद्दीन, डॉ नेहा अली, अरशद अली, तौसीफ अली, एहसान अहमद, गुफरान आलम, हुस्न आरा खातून, सरवत जहां, आईएएस अमित कुमार, इबरार अहमद, आदिल रशीद सहित अन्य लोग उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

