रांची, सुनील चौधरी. झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बजट को ऐतिहासिक, बेहतर और संतुलित बताया है. विधानसभा परिसर में बजट (Jharkhand Budget 2023-24) पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि झारखंड की आम जरूरतों के अलावा, सवा तीन करोड़ जनता के अलावा यहां के कई संसाधनों पर भी सरकार का बजट जाता है. आपने देखा कि सामाजिक सुरक्षा को लेकर हमलोगों ने कई ऐतिहासिक कदम उठाये. लेकिन, इससे काम नहीं बनेगा.
20 वर्ष तक सिर्फ कागज पर दिखा बजट
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि अभी बहुत कुछ करना बाकी है. 20 सालों में सिर्फ बजट एक कागजी कार्रवाई के रूप में देखने को मिला. लेकिन, इस बजट का लाभ वर्तमान में आमलोगों को तो मिलेगी ही, आने वाली कई पीढ़ी को भी इसका लाभ मिलेगा. सरकार ने झारखंड के आम लोगों के साथ-साथ यहां के संसाधनों का भी बजट में ध्यान रखा है.
इस बार ‘हमिन कर बजट’
सीएम ने कहा कि पहले हम लोगों ने ‘हमारा बजट’ नाम दिया, मगर इस बार ‘हमिन कर बजट’ नाम दिया है. राज्य के हितों और समस्याओं का समाधान कैसे हो, इसे ध्यान में रखकर यह बजट तैयार किया गया है. पिछले वर्ष की तुलना में बजट में 15 प्रतिशत की वृद्धि की गयी है. राज्य को आगे ले जाने के लिए और अधिक संसाधनों की जरूरत होगी आने वाले समय में. आने वाले समय में इसका दूरगामी परिणाम दिखेगा. आगामी बजट में परिवर्तन दिखेगा.
सरप्लस बजट को खा गये ये लोग : हेमंत सोरेन
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने विपक्ष पर वार करते हुए कहा कि ये लोग सरप्लस बजट को खा गये. अब हम लोगों का प्रयास होगा कि आने वाले समय में, राज्य के बेहतर संसाधन प्रबंधन, वित्तीय प्रबंधन करते हुए राज्य में संसाधनों को एकत्रित करें. अधिक से अधिक कर संग्रहण और एसेट क्रियेट कर पायें, ताकि इसका लाभ पीढ़ी दर पीढ़ी को मिले.
अच्छा काम भी नहीं पचता विपक्ष को
इसलिए हम लोगों ने इस तरीके से बजट को बनाने का प्रयास किया है, ताकि आम जनों को उसका लाभ मिले ही, आने वाली पीढ़ी को भी लाभ मिले. बड़ी दूरदर्शिता के साथ बनाया गया बजट है. उन्होंने कहा कि विपक्ष तो अच्छे कामों को भी पचा नहीं सकता है. आलोचना होनी चाहिए, मगर पॉजिटिव.
हमारी सरकार के सामने आयी कई चुनौतियां
सीएम ने कहा कि वर्ष 2019 में हमारी सरकार बनने के बाद कई चुनौतियां आयीं. वर्तमान में सुखाड़ की समस्या है. ऐसे हालात से कैसे बेहतर तरीके से निपटा जाए, इसका प्रयास किया गया है. आज का बजट इस राज्य के लिए ऐतिहासिक बजट है. एक ऐसा कदम है, जिसका बहुत बड़ा असर राज्य में दिखेगा.
सरकार ने नौजवानों से पूछा - हम किस रास्ते पर चलें
मुख्यमंत्री ने नियोजन नीति पर कहा कि हमने राज्य के नौजवानों से पूछा कि किस रास्ते पर चलें. वर्तमान परिस्थित को दुरुस्त करने में थोड़ा समय लगेगा. लेकिन, विकास की गति न धीमी होगी, न रुकेगी. इसी कड़ी में सारी चीजों को बेहतर करते हुए सरकार आगे बढ़ेगी.